@शब्द दूत ब्यूरो (13 दिसंबर 2024)
बेगूसराय। रेलवे की जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया और हंगामा करना शुरू कर दिया। इस बीच जिलाधिकारी भी जब मौके पर पहुंचे तो उन्हें भी बंधक बना लिया।
घटनाक्रम के अनुसार बेगूसराय स्टेशन के पास लोहिया नगर गुमटी किनारे बने झोपड़पट्टी को हटाने के लिए रेलवे के अधिकारी और पुलिस बल जेसीबी के साथ पहुंचे थे। इस दौरान डीएम तुषार सिंगला भी निरीक्षण पहुंचे तो सैकड़ो की संख्या में लोगों ने डीएम को संग्रहालय के अंदर ही बंधक बना लिया। डीएम संग्रहालय से निरीक्षण कर निकलने वाले थे तभी गेट पर सैकड़ो की संख्या में महिला पुरुष पहुंच गए और डीएम के वाहन को रोक लिया।
इस दौरान काफी हो हंगामा हुआ। लोग झोपड़पट्टी को हटाने का विरोध कर रहे थे। बाद में जिला प्रशासन के तमाम वरिए अधिकारी काफी संख्या में पुलिस बल के साथ पहुंची और भीड़ को हटाकर किसी तरह डीएम के वाहन को संग्रहालय से निकलकर ऑफिस के लिए रवाना किया। इस दौरान करीब एक घंटे तक डीएम को बंधक बनाए रखा गया। डीएम के एस्कॉर्ट गाड़ी और डीएम के नेम प्लेट को कागज से ढक दिया गया। इसके बाद भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वहां को निकाला गया।
बताया जाता है कि यहां रेलवे के द्वारा लोहिया नगर गुमटी के पास बसे करीब 150 झोपड़ियों को हटाने का नोटिस दिया था। नोटिस की अवधि पूरी होने पर अंतिम दिन रेलवे के अधिकारी जेसीबी के साथ झोपड़ पट्टी को हटाने के लिए पहुंचे थे। लेकिन लोगों के काफी आक्रोश और भीड़ को देखते हुए फिलहाल अतिक्रमण हटाने का काम रोक लिया गया है। झोपड़ पट्टी के रहने वाले महिलाओं ने बताया कि 40 साल 50 साल से यहां लोग रेलवे किनारे बसे हुए हैं लेकिन अचानक रेलवे के द्वारा नोटिस चिपका कर घर खाली करने का आदेश दिया गया है। महिलाओं ने कहा कि उन्हें समय दिया जाए और डीएम साहब दूसरे जगह पर बसाने का काम करें इसके बाद वह लोग झोपड़पट्टी खाली कर देंगे।