@शब्द दूत ब्यूरो 29 नवंबर 2024)
काशीपुर । स्वच्छता अभियान और शौचालय निर्माण को लेकर देश भर में खूब दावे और उन दावों के प्रचार का ढोल पीटना रह गया है। काशीपुर में मुख्य सड़क पर निर्मित एक शौचालय इन दावों के प्रचार की हकीकत को बयान कर रहा है। हालांकि शहर में तमाम स्थानों पर बने शौचालयों की स्थिति भी बदतर है।
बाजपुर रोड पर श्री तीर्थ द्रोणासागर से पहले पांच साल पूर्व बने इस शौचालय की हालत बता रही है कि स्वच्छता और शौचालय को लेकर समय-समय पर निकाली जाने वाली जागरूकता रैलियों में नारे लगाकर इस अभियान की पूर्णता मान ली जाती है। लेकिन धरातल पर इसके विपरीत स्थिति है। इस शौचालय के समीप दुकान लगाने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि शुरू में यह शौचालय खुला रहता था लेकिन बाद में पानी न होने की वजह से यहाँ गदंगी साफ नहीं हो पाती थी। नजदीक में ही एक बैंकट हाल में समारोह के दौरान कुछ लोग इसका उपयोग करते थे। ट्रक ड्राइवरों और राहगीरों के लिए यह शौचालय काफी उपयोगी था लेकिन आज यह शौचालय बीमारी का कारण बन गया है।
बहरहाल इस शौचालय का निर्माण जिसने भी कराया हो उस वक्त खूब वाहवाही लूटी होगी। पर अब यही शौचालय शहर के लिए कलंक बन गया है। शहर के भीतर प्रवेश करते ही आपको स्वच्छ काशीपुर का नारा देखकर हंसी आ सकती है। और नेताओं की शुभकामनाएं भी इस शौचालय के जरिए आप पा सकते हैं। और महात्मा गांधी का चश्मा भी आपको धुंधला दिखाई देगा।