@शब्द दूत ब्यूरो (20 नवंबर)
लखनऊ। समाजवादी पार्टी की शिकायत पर निर्वाचन आयोग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उत्तर प्रदेश में सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। इन पर चुनाव आयोग के निर्देशों की अवहेलना का आरोप लगाते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी।
निलंबित पुलिसकर्मियों में मुरादाबाद में तीन, मुजफ्फरनगर के दो और कानपुर के दो पुलिसकर्मी शामिल हैं। पुलिस अधिकारियों पर आरोप लगा था कि वोट डालने जा रहे मतदाताओं के वोटर कार्ड चेक किए। उन्हें वोट डालने से रोका गया। जबकि चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी की शिकायत पर यूपी के पुलिस अधिकारियों को पहले ही आदेश दे रखा था कि वह वोटरों के आईडी कार्ड चेक नहीं करेंगे।
आपको बता दें कि चुनाव आयोग की ओर से आदेश जारी किया गया है । वोटर आईडी चैक करने का अधिकार चुनाव प्रक्रिया में ड्यूटी करने वाले अधिकारियों का होता है। पुलिस अधिकारियों या जवानों का यह अधिकार नहीं है। इसी आधार पर निर्वाचन आयोग ने मतदान करने जाते मतदाताओं के पहचान पत्र जांच करने वाले पुलिस अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है।
कानपुर के सीसामऊ में मतदाताओं के पहचान पत्र चेक कर उन्हें वोट डालने से रोकते हुए वापस भेजने का वीडियो वायरल हुआ। इस मामले में आयोग ने सब इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह और राकेश कुमार नादर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।आरोपी दोनों सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड करने के बाद उनसे जांच और पूछताछ शुरू कर दी गई है। चुनाव आयोग ने साफ कर दिया कि पुलिस किसी भी तरह से मतदाताओं की जांच नहीं करेगी। यह अधिकार आयोग की ओर से नियुक्त चुनाव टीम यानी मतदान पार्टी और कैंडिडेट्स के पोलिंग एजेंट का है। पुलिस को केवल सुरक्षा और कानून व्यवस्था का ध्यान रखने को कहा गया है।