@शब्द दूत ब्यूरो (09 नवंबर 2024)
काशीपुर । भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे अधिकारी उत्तराखंड के नीति निर्धारक बन गए हैं। लैंसडाउन से भाजपा विधायक दिलीप रावत ने आज राज्य स्थापना दिवस पर काशीपुर में आयोजित कॉन्टैक्टर वेलफेयर एसोसिएशन के अधिवेशन में ये बात कही।
भाजपा विधायक दिलीप रावत ने बाहरी ठेकेदारों को काम दिये जाने को भी अनुचित बताया। उन्होंने कहा कि सरकार को स्थानीय लोगों को हर क्षेत्र में काम के अवसर प्रदान करने की वकालत की। उन्होंने तंज कसते हुए चुटकी ली कि जो गुलदस्ता बाहर के लोग आपको दे रहे हैं वह गुलदस्ता स्थानीय लोग भी दे सकते हैं। उन्होंने ठेकेदारों की समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि वह पोस्ट मैन की तरह आपकी समस्याओं की चिट्ठी सरकार तक पहुंचा देंगे।
उन्होंने कहा कि कोई भी विधायक ऐसा नहीं जो अपने क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के लिए प्रयासरत नहीं रहता। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री तक समस्यायें सही ढंग से नहीं रखी जाती जिस वजह से समस्या का सही समाधान नहीं हो पाता होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री निश्चित रूप से समस्या का समाधान करने को उद्यत रहते हैं।
विधायक दिलीप रावत ने कहा उत्तराखंड और पहाड़ी क्षेत्र की हर समस्या को सरकार तक पहुंचाना प्रत्येक जनप्रतिनिधियों का फर्ज है। साथ ही नेताओं पर विधायक ने परिहास में कहा कि संगठन की संख्या पर नेताओं का अगला कदम निर्भर करता है। यदि आपकी संख्या ज्यादा होगी और संगठन मजबूत होगा तभी नेता आपके साथ होगा। अगर कम संख्या हो तो नेता भी मुंह मोड़ लेगा। इसलिए नेताओं का भरोसा कभी मत करना।