महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच जारी कलह थमने का नाम नहीं ले रही। इस बीच, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है, जिसमें सहयोगी शिवसेना को मनाने के लिए उसे अतिरिक्त मंत्री पद देने की बात कही गई थी।
सरकार बनाने पर गतिरोध खत्म करने के लिए इस प्रस्ताव पर सूबे के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा की थी। सूत्रों के मुताबिक, शाह ने फिलहाल इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। बता दें कि 21 अक्टूबर को हुए चुनावों के बाद आए नतीजों में बीजेपी का संख्याबल 2014 के मुकाबले घट गया था। वहीं, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सत्ता के ‘बराबर बंटवारे’ को लेकर अपनी मांग तेज कर दी।
शिवसेना ने दावा किया कि शाह और फडणवीस 2019 आम चुनाव से पहले 50:50 के फॉर्मूले पर राजी हुए थे। शिवसेना का रुख नरम करने के लिए उसे अतिरिक्त मंत्री पद देने के प्रस्ताव पर पहली बार चर्चा सीएम और उद्धव के बीच पर्दे के पीछे हुई बातचीत के दौरान हुई। मंत्री पद और सरकार शासित कॉरपोरेशन में बराबर हिस्सेदार के अलावा सेना ने केंद्र सरकार में भी दो मंत्री पद मांगे।
इनमें एक से कैबिनेट मंत्री और एक राज्य मंत्री स्तर का पद था। इसके अलावा, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दो राज्यों में गवर्नर बनाए जाने की भी मांग की। फडणवीस इस प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए दिल्ली आए और शाह से मुलाकात की। सूत्रों का कहना है कि शाह ने केंद्र सरकार में अतिरिक्त मंत्री पद और शिवसेना नेताओं के लिए गवर्नर पद जैसी मांगों को ठुकरा दिया।