नौ सितंबर को एसडीएम कोर्ट में होगी सुनवाई
@शब्द दूत ब्यूरो (08 सितंबर 2024)
रामनगर। समिति में चल रहे विवाद के चलते रामलीला मंचन पर एसडीएम ने रोक लगा दी है। 50 वर्ष पुरानी रामलीला पर पहली बार प्रशासन को रोक लगानी पडी है। अध्यक्ष के चुने जाने पर समिति के एक सदस्य ने विरोध दर्ज कराया था। समिति के दो गुटों की लड़ाई के चलते प्रशासन को यह कदम उठाना पड़ा है।
लगभग 50 वर्ष पुरानी प्रगतिशील सांस्कृतिक पर्वतीय समिति द्वारा एसडीएम के निर्देश पर पर्वतीय समिति की ओर से रामलीला मंचन के संचालन पर रोक लगाते हुए समिति पर ताला लगा दिया है।
आपको बता दें कि 2022 में आम सहमति से हुए चुनाव में गिरीश चंद्र मठपाल को समिति का अध्यक्ष बनाया गया था जिसे लेकर समिति के सदस्य जगदीश तिवारी ने विरोध दर्ज किया। जगदीश तिवारी की ओर से चिट फंड सोसायटी हल्द्वानी में नया चुनाव कराने और आजीवन सदस्यों से चुनाव की अर्जी दी गई है। वित्तीय अनियमितताओं को पेश करने की मांग की गई थी।
जब विवाद नहीं सुलझा तो उपनिबंधक हल्द्वानी चिट फंड सोसायटी की ओर से एसडीएम कोर्ट में मामला दर्ज कराया गया। इसके बाद एसडीएम के निर्देश पर धारा 25/1 के अंतर्गत पर्वतीय समिति के रामलीला मंचन पर रोक लगा दी गई।
एसडीएम राहुल शाह ने मीडिया को बताया कि नौ सितंबर को कोर्ट में तारीख है। समिति में दो पक्षों में विवाद चल रहा है। फिलहाल समिति के संचालन पर रोक लगा दी गई है। समिति के नाम पर कोई चंदा नहीं एकत्र करेगा।