@शब्द दूत ब्यूरो (03 सितंबर 2024)
नीमच। भ्रष्टाचार के खिलाफ जांच की मांग के हजारों आवेदन और सबूतों के दस्तावेज देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होता देख एक व्यक्ति ने अफसरशाही और सत्ता को जगाने का अनोखा तरीका अपनाया।
नीमच के जिला कलेक्टर के आफिस में शिकायतकर्ता मुकेश प्रजापति आवेदनों और सबूतों के कागजों की लंबी माला बनाकर खुद पर लपेटकर अजगर की तरह रेंगता हुआ पहुंचा। और भ्रष्टाचार के अजगर के अंत के लिए नवागत कलेक्टर से उसने जांच और सख्त कारवाई की मांग की।
मामला कुछ यूँ है कि नीमच जिले की पंचायत कांकरिया तलाई में निर्माण और विकास कार्यों के नाम पर तत्कालीन सरपंच और उसके पति पर करोड़ों के भ्रष्टाचार के आरोप गांव के मुकेश प्रजापति द्वारा लगातार लगाए जा रहे है। मुकेश का कहना है कि उसने तथ्यों के साथ लोकायुक्त को भी शिकायत की, मुख्यमंत्री को भी अवगत कराया, लेकिन नीमच प्रशासन से लेकर शासन तक कोई कार्रवाई नहीं कर रहा।
मुकेश प्रजापति की मानें तो उसके अनुसार कहना है कि केवल कांकरिया तलाई में ही सवा करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ, जिसके सबूत पेश किए, लेकिन इसकी जांच में भी भ्रष्टाचार हो रहा है। मुकेश ने तत्कालीन जिला पंचायत सीईओ गुरुप्रसाद के भी भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप लगाए और ईडी की जांच की मांग की।
आज जब कलेक्ट्रेट में जब मुकेश प्रजापति आवेदनों की पूंछ बनाकर अजगर की तरह रेंगता हुआ आया तो उसके कपड़े भी फट गए। वहीं मुकेश को इस तरह से देख तमाशबीनों की भारी भीड़ जुट गई। ये सब नजारा देखकर वहाँ एसडीएम ममता खेड़े और अन्य अधिकारी पहुंचे। उन्होंने मुकेश को समझाने का प्रयास किया। लेकिन मुकेश का यही कहना था कि इतनी बार आने पर भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही. उसे न्याय चाहिए।
तब मुकेश ने जिले के नवागत कलेक्टर हिमांशु चंद्रा को पूरा मामला बताया। कलेक्टर ने दोबारा पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए।