आरोपी के के खुलासे से पत्रकार जगत में सनसनी
@शब्द दूत ब्यूरो(26 अगस्त 2024)
सहारनपुर।कंपनी में नौकरी लगवाने के नाम पर गिरफ्त में आये जालसाज ने एक पत्रकार को दो से ढाई लाख रुपये खबर न चलाने की ऐवज में देने की पुलिस के समक्ष स्वीकारोक्ति कर सनसनी मचा दी है। इससे पूरे जिले के पत्रकार जगत में हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि पुलिस ने अभी पत्रकार के नाम का खुलासा नहीं किया है।
आपको बता दें कि थाना सदर बाजार पुलिस द्वारा कम्पना में नौकरी लगवाने के नाम पर महिलाओं से ठगी करने वाले मुख्य दीपक को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से ठगी के 5,50,000/ रू0 नकद बरामद किए हैं। इस खुलासे पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, सहारनपुर द्वारा पुलिस टीम को 25,000/- रूपये का पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वादी शाईस्ता परवीन पुत्री मौ० अकबर निवासी खाताखेडी हयात कालोनी थाना मण्डी जनपद सहारनपुर की शिकायत पर फ्राड का मुकदमा दर्ज किया गया था। तहरीर के मुताबिक एशियन एन्टरप्राईजेज कम्पनी के मालिक, कम्पनी के कर्मचारी व मकान मालिक द्वारा षडयन्त्र करके फर्जी व कुटरचित दस्तावेज तैयार कर कम्पनी बनाई और धोखाधड़ी करके करीब 10 हजार महिलाओ को नौकरी दिलाने के नाम पर झांसा देकर 2400 रु0 प्रति महिला कम्पनी मे सदस्यता के तौर पर जमा करा लिये। लेकिन किसी महिला को नौकरी नहीं दी। उल्टा पैसे मांगने पर जान से मारने की धमकी देना और पैसे लेकर भाग जाने के सम्बन्ध में थाना सदर बाजार पर मु०अ०सं० 434/2024 धारा 318(4)/338/336(3)/340(2)/61/316(2)/351(2)/351 (3) बीएनएस पंजीकृत कराया गया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, सहारनपुर द्वारा तत्काल घटना का संज्ञान लेकर शीघ्र अभियुक्तो की गिरफ्तारी हेतु सख्त निर्देश दिए गए। जिस पर पुलिस अधीक्षक नगर एवं क्षेत्राधिकारी नगर द्वितीय के निकट पर्यवेक्षण तथा प्रभारी निरीक्षक सूबे सिंह के कुशल नेतृत्व में अभियुक्तों की तलाश में जुटी पुलिस टीम को 25 अगस्त को मुखबिर से सूचना मिली। सूचना पर थाना सदर बाजार पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त दीपक सिंह उर्फ कुमार शानू उर्फ कन्हैया पुत्र विजय कुमार नि० ग्राम छोटी चक थाना गोगरी जिला खगडिया (बिहार) को चुन्हैटी अन्डरपास दिल्ली रोड से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के दौरान अभियुक्त के कब्जे से 5,50,000/- रूपये नकद बरामद। इससे पूर्व 17 अगस्त को अभियुक्त आदर्श कुमार पुत्र विजय कुमार नि० ग्राम छोटी चक जमालपुर थाना गोगरी जिला खगडिया (बिहार) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। अब तक कुल 10,10,000/- रूपये की बरामदगी हो चुकी है।
पूछताछ के दौरान अभियुक्त दीपक सिंह ने बताया कि मैने हाईस्कूल एम.एस.आर. सैनिक स्कूल वर्ष 2016 मे उत्तीर्ण की थी। मेरी माता पूर्व में ब्लाक प्रमुख रह चुकी है व मेरे पिता डाक विभाग में कार्यरत है तथा बताया कि मैने हाईस्कूल करने के बाद पटना में एक कम्पनी में बतौर कर्मचारी कार्य किया था उस कम्पनी में भी लोगो के साथ फ्राड कार्य करने का कार्य किया जाता था। वहाँ से ही मैने यह फ्राड करने का तरीका सीखा था। जिसके बाद मैने वर्ष 2017 व 2018 में डोरान्डा रांची, झारखण्ड में फ्राड का काम किया था। जिसमें मै करीब 10 दिन रांची जेल मे उसके बाद मैने दरभंगा बिहार में भी फ्राड किया जिसके लिए मै करीब एक हफ्ता दरभंगा जेल मे रहा था। इसके बाद मैने बीकानेर के पास राजस्थान में वर्ष 2022 में फ्राड का काम किया था। जिसमें मैं करीब ढाई माह बीकानेर जेल मे रहा था। उसके बाद मैने रायपुर छत्तीसगढ़ में वर्ष 2023 में अक्टूबर माह के आसपास फ्राड का काम किया था जिसमें में करीब साढे तीन माह रायपुर सेन्ट्रल जेल में रहा था व बताया कि बीकानेर व रायपुर जेल मे गलत नाम पते से गया था। क्योंकि जब मैं पकडा गया था तो मेरे पास दूसरो के नाम के मेरे द्वारा बनाये गये आधार कार्ड बरामद हुये थे। जिसमें पुलिस ने मेरा वही नाम पता मानकर मेरा चालान कर दिया था।
26 मई 2024 को मैं सहारनपुर आया था और अगले दिन एक रिक्शा वाले अपने झांसे में लेकर उसकी आईडी पर सिम ले लिया था। जिसका प्रयोग मैने कम्पनी के कार्य के लिये किया था। इसके बाद मैने एक लडके से 4 सिम और खरीदवाये थे जो कि मुझे रेलवे स्टेशन सहारनपुर पर मिला था मेरा साथी जो शायद दिल्ली का रहने वाला है, को साथ लेकर दिल्ली रोड पर दुकान किराये पर लेकर ऐशियन एन्टरप्राईजेज नाम की कम्पनी का कार्यालय खोला था। जिसमें हमने महिलाओ के लिये स्कीम चलायी थी। जिसमें मैने साथी को कम्पनी का मालिक बताते हुये मकान मालिक से किरायेनामे का एग्रीमेन्ट कराया था। मैने ओएलएक्स पर जॉब के लिये ऐड चलाया था। जिस पर करीबन 20 से 25 लोग आफिस में कार्य के लिये रखे थे जिसमें सैल्स हैड अंकित व कैशियर अली आदि अन्य 10,12 लोग बतोर लैबर रखे गये थे। उक्त कार्य में मैने ऊन दिल्ली से मंगायी थी तथा महिलाओ को ऊन के गोले देकर छोटे छोटे गोले बनाने के बदले रोजगार देने व पैसे देने के लिये पम्पलेट छपवाये थे। इसके बदले प्रति महिला से 2000 से 2400 रुपये तक रजिस्ट्रेशन के नाम का पैसा लिया जाता था। यह कार्य हमने एक जुलाई 2024 से शुरु किया था तथा नई महिला को लाने वाले को बतौर कमीशन प्रति महिला 400 रुपये दिया जाता था। मैने किराये पर एक कमरा पैरामाऊन्ट दिल्ली रोड पर बतौर 12000 रुपये प्रति माह किराये पर लिया था। तथा बताया कि मेरे गांव का मेरे बचपन का दोस्त आदर्श पुत्र विजय कुमार उम्र करीब 22 वर्ष इस कार्य मे मेरे साथ पार्टनर था और इस काम में हमने सीधी सादी व अनपढ महिला के साथ फ्राड व ठगी करके लाँखो रुपये कमाये थे। हमारा यह काम 5 अगस्त तक चला था। मैने अपने मोबाईल फोन आधार प्रिन्ट ऐप अपलोड कर रखा है जिससे मै अलग अलग नाम से फर्जी आधार कार्ड तैयार कर इस्तेमाल करता हूँ। जिसमें मैने दुकान के किरायेनामे के समय अपना व अपने साथी का फर्जी आधार कार्ड तैयार कर रखा था तथा मैने मकान मालिक को फर्जी आधार कार्ड को असली के रुप मे प्रयोग करते हुये अनुराग के नाम का आधार कार्ड दिया था तथा एक खाता मैने महाराष्ट्र बैंक अम्बाला रोड, सहारनपुर पर दीपक के नाम का फर्जी आधार कार्ड देकर खाता खुलवाया था। पुलिस ने मेरे पास से दीपक व रवि व अंजली नाम के आधार कार्ड बरामद किये है इसमें दीपक नाम के अलावा दोनो फर्जी आधार कार्ड है। दीपक नाम का आधार कार्ड मेरी बायोमैट्रिक से बना है। इनमे से मैंने कई लाख रुपये अपने दोस्त आदर्श को दिये थे व ढाई लाख रुपये मैने गाजियाबाद मे गौशाला मे दान कर दिये थे।
उसने बताया कि मेरे ऊपर काफी कर्ज हो रखा था कुछ रुपये मैने कर्जदारो को दे दिये है। तथा मेरे पास मे ही एक पत्रकार का भी आफिस था पत्रकार होने के नाते कही यह हमारी उल्टी सीधी खबर ना चला दे। पत्रकार के दबाव बनाने पर मैंने इसे करीब दो से ढाई लाख रुपये कई बार में नगद दिये थे। उस पत्रकार की जिम्मेदारी पुरे जिले के पत्रकारो को मैनेज करने की थी। तथा उस पत्रकार के सहयोग के कारण ही हमारा यह कारोबार सही प्रकार से चल पाया था। क्योकि वह हमारा बहुत सहयोग करता था। यह कार्य हमारे द्वारा करीब एक माह तक किया गया था जिसमें हमें लाखो रुपये बचे थे। सख्ती से पूछताछ करने पर बताया कि मैने अपने साथियो के साथ मिलकर सीधी सादी महिलाओ से जो फ्राड किया था।
गिरफ्तार अभियुक्त दीपक सिंह उर्फ कुमार शानू उर्फ कन्हैया पुत्र विजय कुमार नि० ग्राम छोटी चक थाना गोगरी जिला खगडिया (बिहार) का निवासी है तथा दरभंगा, झारखण्ड, राजस्थान, रायपुर व छत्तीसगढ में जगह जगह से पूर्व मे जेल जा चुक है। गिरफ्तारी के वक्त उसके पास से 5,50,000/- रूपये नकद बरामद किये गये हैं।
दीपक को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक सुबे सिंह थाना सदर बाजार सहारनपुर, निरीक्षक दिनेश कुमार थाना सदर बाजार सहारनपुर, उ0नि0 देवेन्द्र अधाना थाना सदर बाजार सहारनपुर ,है0का0 714 नितिन थाना सदर बाजार सहारनपुर ,का0 215 सुमित कुमार थाना सदर बाजार सहारनपुर ,कम्पयूटर ओपरेटर गोरव तोमर थाना साईबर सैल थाना सदर बाजार सहारनपुर शामिल हैं।