@शब्द दूत ब्यूरो (25 जुलाई 2024)
बलिया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने सादे वेश में छापा मारकर ट्रकों से अवैध वसूली का बड़ा मामला पकड़ा। पकड़े गए 18 लोगों में दो पुलिस कर्मी भी शामिल हैं। मामले में पूरी पुलिस चौकी सस्पेंड कर दी गई है।
जानकारी के मुताबिक बिहार बॉर्डर के पास नरही थाने अन्तर्गत भरौली चौराहे पर बुधवार देर रात हड़कंप मच गया जब आजमगढ़ परिक्षेत्र के एडीजी पीयूष मुड़िया तथा आजमगढ़ डीआईजी वैभव कृष्ण ने सादे वेश में रैकी कर भरौली पिकेट पर छापेमारी की। अफसरों ने अवैध वसूली पर 16 अन्य दलाल के साथ दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया। डी आई जी वैभव कृष्ण के मुताबिक रात एडीजी जोन वाराणसी और उन्होंने सादे वेश में नरही क्षेत्र के भरौली तिराहा पर छापा मारा। वहां पर ट्रकों से अवैध वसूली में इसमें पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। इस पर पहले एडीजी जोन और उन्होंने रेकी की। फिर प्लान करके रेड की गई। दोनों अधिकारी सादे वेश में थे। इस दौरान कई लोगों की गिरफ्तारी हुई है। जो दलाली करते थे। इसके अलावा कांस्टेबल भी अरेस्ट किया गया है। वहीं तीन पुलिसकर्मी मौके से भाग गए।
दोनों अधिकारियों की ओर से की गई कार्रवाई में कुल 18 लोग गिरफ्तार किए गए हैं, इसमें दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। इस मामले में थानाध्यक्ष समेत सभी करीब 9 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. पूरी चौकी ही सस्पेंड कर दी गई है। इसमें मौके से भाग निकले 3 अन्य पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की गई है।
डीआईजी ने बताया कि इसके बाद कुछ दूर पर कारंटाड़ी चौकी पर भी छापेमारी की गई तो वहां पर भी वसूली करते एक पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया गया। पूरे छापेमारी में 16 दलाल के साथ दो पुलिसकर्मी की गिरफ्तारी हुई है। वहीं चौकी पर तैनात सभी पुलिसकर्मी के साथ नरही थानाध्यक्ष पन्ने लाल को सस्पेंड कर दिया गया है। चौकी के सभी पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले में मुकदमा भी दर्ज किया गया है। साथ ही साढे़ 37 हजार के साथ 14 मोटरसाइकिल बरामद की गई है। डीआईजी के मुताबिक यह तथ्य प्रकाश में आया कि यह लोग प्रति ट्रक ₹500 की अवैध वसूली करते थे। एक रात में लगभग 1000 वाहन आते हैं, इसमें सख्त कार्रवाई की गई है। शासन व मुख्यमंत्री के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है।