@शब्द दूत ब्यूरो (01 जुलाई 2024)
मथुरा। देश में निर्माण कार्यों के ढहने का दौर चल पड़ा है। हवाई अड्डे, पुल जैसे महत्वपूर्ण भवनों में घटिया निर्माण सामग्री के चलते एकाएक कई हादसे बीते कुछ दिनों में हो चुके हैं। ताजा मामला धर्म नगरी मथुरा का है जहाँ ढाई लाख लीटर की पानी की टंकी ढहने से दो लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है और दस लोगों के घायल होने की सूचना है।
यहां बीएसए इंजीनियरिंग कॉलेज के पास कृष्ण विहार कॉलोनी के पार्क में स्थित ढाई लाख लीटर पानी की क्षमता की टंकी बीती शाम बताशे की तरह ढह गई। आगरा की फर्म ने घटिया सामग्री से इसे तैयार कराया था। मलबे में दबकर दो लोगों की मौत हो गई। 10 से अधिक लोग घायल हैं। कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
डीएम-एसएसपी ने मौके पर जाकर तुरंत कार्यवाही की,मलबे को हटाने के लिऐ देर शाम को रेस्क्यू टीम में आर्मी के 12 जवान, एनडीआरएफ की एक टीम को रेस्क्यू कार्य में सात जेसीबी, 10 ट्रैक्टर व अन्य संसाधनों के जरिये देर रात तक मलबा हटाने का कार्य जारी रहा। आपको बतादे कि दो साल पहले टंकी में लीकेज के कारण पिलर कमजोर होने से इसके गिरने की बात सामने आई है।
डीएम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस घटना की रिपोर्ट तलब की है। डीएम ने बताया कि आदेश की उच्चस्तरीय कमेटी जांच करेगी। जिम्मेदारों पर मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई होगी। मलबे की चपेट में आने से यहां रहने वाली 65 वर्षीय सुंदरी पत्नी गोविंद और 27 वर्षीय सरिता पत्नी दिनेश ने जिला अस्पताल में इलाज के बाद दम तोड़ दिया और 10 से अधिक लोग घायल हो गए। जिनका का मथुरा और आगरा में अस्पतालों में इलाज चल रहा है।