ओडिशा के आदिवासी बहुल मलकानगिरी जिले के 505 गांवों में जापानी एन्सेफलाइटिस से 73 बच्चों की मौत हो चुकी है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मरने वालों की संख्या 73 हो चुकी हैं। मल्कानगिरी जिला मेडिकल अधिकारी ने हालांकि दावा किया कि जापानी एन्सेफलाइटिस से केवल 27 बच्चों की मौत हुई है, बाकियों की मृत्यु अन्य कारणों से हुई हैं। इस संबंध में एक 10 साल के बच्चे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मदद के लिए खत लिखा है। 10 साल के उमेश माधी ने पत्र में लिखा, ”हमारी जान बचाइए। जापानी बुखर से मेरे काफी दोस्तों की मौत हो चुकी है। आप पूरी दुनिया में घूम रहे हैं। क्या आप हमारे गांव नहीं आ सकते। देखिए यहां किस तरह से बच्चे मर रहे हैं।”
माधी सिकापाली ग्राम पंचायत की पोलकांडा प्राथमिक स्कूल की चौथी कक्षा में पढ़ता है। उन्होंने खत में मर चुके बच्चों के माता-पिता के दर्द को भी बयां किया। उमेश ने लिखा, ”सर, आप कई देशों में घूम रहे हैं। क्या आप हमारे गांव नहीं आ सकते और यहां के लोगों की पीड़ा नहीं देख सकते।” उसने साथ ही लिखा कि प्रधानमंत्री ही उनकी आखिरी उम्मीद है। राज्य सरकार ने माना है कि पिछले तीन-चार दिन से स्थिति गंभीर है। स्पेशल ड्यूटी पर तैनात अधिकारी नृपराज साहू ने बताया कि उम्मीदों के अनुसार स्थिति नहीं सुधरी है। साहू को जापानी बुखार पर नजर पर बनाए रखने के लिए मलकानगिरी भेजा गया है। उन्होंने पत्रकारों से कहा, ”जिला प्रशासन के सभी संभावित कदमों के बावजूद स्थिति नाजुक बनी हुई है।”