प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब के दो दिवसीय दौरे पर हैं। पीएम मोदी 29 और 30 अक्टूबर को सऊदी में रहेंगे। मोदी के इस दौरे को इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि कश्मीर में अनुच्छेद 370 के निष्प्रभावी होने के बाद सऊदी का यह पहला दौरा है।
कश्मीर के मामले में एक तरफ़ तो तुर्की खुलकर पाकिस्तान के साथ आया लेकिन सऊदी अरब भारत की इस लाइन से सहमत दिखा कि कश्मीर उसका आंतरिक मामला है।
प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे में दोनों देशों के बीच कई अहम समझौते हो सकते हैं। इनमें रणनीतिक साझेदारी, ऊर्जा सुरक्षा, भारत के नेशनल इन्फ़्रास्ट्रक्चर में सऊदी के निवेश और रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर हो सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रियाद में फ़्यूचर इन्वेस्टमेंट इनिशिएटिव फोरम के तीसरे सेशन को भी संबोधित करेंगे। सऊदी अरब में पीएम मोदी RuPay कार्ड भी लॉन्च करेंगे।
इसके साथ ही सऊदी की एयरलाइंस में भारतीयों के लिए सीट का कोटा बढ़ाने पर भी बात होगी। गौरतलब है कि सऊदी अरब में भारत के 26 लाख लोग रहते हैं और ये भारत में अपने परिवार को हर साल 11 अरब डॉलर भेजते हैं।
पाकिस्तान ने पीएम मोदी के सऊदी अरब दौरे में अपने हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल से इनकार कर दिया था। अब भारत ने पाकिस्तान के इस रुख़ की शिकायत अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन संगठन के समक्ष उठाया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सऊदी अरब की यात्रा के लिए भारत ने पाकिस्तान से अपने हवाई क्षेत्र को खोलने का आग्रह किया था लेकिन पाकिस्तान ने इनकार कर दिया था। भारत ने इसके लिए औपचारिक तौर पर अनुरोध किया था लेकिन पाकिस्तान नहीं माना. जिस पर भारत ने नाराज़गी भी जताई थी।