@शब्द दूत ब्यूरो (24 मई 2024)
पौड़ी । उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्र में बारिश ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। पौड़ी और उत्तरकाशी जिले अतिवृष्टि से प्रभावित हुये हैं। जहाँ घरों में मलवा घुस गया। पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है। उधर प्रशासन ने अतिवृष्टि से प्रभावित जिलों के गांवों में राहत कार्य शुरू कर दिया है।
अतिवृष्टि से पौड़ी और उत्तरकाशी जिले के कुछ हिस्से प्रभावित हुए हैं, जहां स्थानीय प्रशासन राहत कार्य संचालित कर रहा है। पौड़ी के बीरोंखाल विकासखंड में अतिवृष्टि से जिवई, सुकई और कुणजोली गांवों के घरों को नुक़सान हुआ है। हालांकि, जनहानि नहीं हुई, लेकिन लोगों के घरों में बारिश के पानी के साथ आया मलबा भर गया और जलापूर्ति ठप्प हो गई। सतपुली-बैजरो मोटरमार्ग का 30 मीटर से अधिक हिस्सा फरसाड़ी के पास पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इसके अतिरिक्त अन्य जगह भी यह मोटरमार्ग क्षतिग्रस्त हुआ है। सुखई गांव के बीस घरों में मलबा भरा हुआ है। जिला आपदा प्रबंधन टीम ने प्रभावित परिवारों को फूड पैकेट उपलब्ध कराए हैं। फरसाड़ी और कुणजोली गांव की पेयजल आपूर्ति ठप्प हो गई है। लिहाजा, जिला प्रशासन प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों से जलापूर्ति करा रहा है।
फरसाड़ी गांव की दो डाट पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई, जिससे गदेरे का पानी घरों में घुस गया। अतिवृष्टि से किसी तरह की जनहानि की सूचना नहीं है। वहीं, पौड़ी के जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि अतिवृष्टि से प्रभावित चारों गांवों में राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं। अतिवृष्टि से बाधित राष्ट्रीय राजमार्ग को सुचारु कर दिया गया है।