@शब्द दूत ब्यूरो (13 मई, 2024)
बदरीनाथ धाम में वीआईपी व्यवस्था और बामनी गांव को जाने वाले आम रास्ता बंद करने के विरोध तीर्थ पुरोहित, पंडा समाज और स्थानीय लोग विरोध में उतरे। बदरीनाथ मंदिर परिसर के समीप सभी लोग विरोध प्रदर्शन करने के एकत्रित हुए।
पहले केदारनाथ में व्यापारियों का विरोध और अब बद्रीनाथ धाम में पुरोहितों और पंडा समाज ने विरोध शुरू कर दिया है। बदरीनाथ धाम में वीआईपी व्यवस्था और बामनी गांव को जाने वाले आम रास्ता बंद करने के विरोध में तीर्थ पुरोहित, पंडा समाज और स्थानीय लोग विरोध में उतर आए हैं।
पंडा पुरोहितों ने बैकडोर एंट्री को लेकर भी कड़ा विरोध जताया है। साथ ही तीर्थ पुरोहितों की बेरोकटोक मंदिर परिसर में आने जाने की सुविधा देने की मांग की है।पंडा समाज और तीर्थ पुरोहितों ने इसके विरोध में मंदिर परिसर के पास ही बैठकर सांकेतिक धरना दिया। इतना ही नहीं पंडा समाज से आमरण अनशन की चेतावनी दी है। पुरोहितों का कहना है कि मंदिर में वीआईपी कल्चर को खत्म करना होगा साथ ही पुरोहितों के हक हूककों को मंदिर समिति को छीनने नहीं दिया जाएगा।
बद्रीनाथ धाम में वीआईपी कल्चर खत्म करने को लेकर स्थानीय निवासियों, पंडा समाज और व्यापार सभा के द्वारा गेट नंबर 3 पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। बद्रीनाथ धाम में सभी लोग शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बामणी गांव जाने वाले पैदल रास्ते पर वीआईपी के दर्शन के लिए एक कार्यालय बनाया गया है जिससे वहां पर गांव की तरफ जाने वाले लोगों के मार्ग को बंद कर दिया गया है।