@शब्द दूत ब्यूरो (29 अप्रैल, 2024)
चारधाम होटल एसोसिएशन ने राज्य सरकार के चारधाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के पंजीकरण की संख्या सीमित करने का कड़ा विरोध किया है। एसोसिएशन ने कहा कि पिछले साल की तरह इस बार भी सरकार ने चारधाम, यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ व बदरीनाथ के लिए प्रतिदिन दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों के पंजीकरण की संख्या सीमित करने का निर्णय लिया है। जिससे चारधाम यात्रा से जुड़े पर्यटन व्यवसायियों में निराशा का माहौल है।
एसोसिएशन के मुताबिक जहां एक ओर सरकार होटल, होमस्टे खोलने के लिए प्रोत्साहित कर रही है तो वहीं दूसरी ओर अपनी कमियों को छिपाने के लिए इस तरह के नियम थोप रही है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि राज्य की अर्थव्यवस्था पर्यटन व तीर्थाटन पर टिकी हुई है, लेकिन इस फरमान से पर्यटन व्यवसायियों में सरकार के खिलाफ आक्रोश है। एसोसिएशन ने इस निर्णय के खिलाफ सड़क से लेकर कोर्ट तक लड़ाई लड़ने की चेतावनी दी। वहीं, निर्णय वापस नहीं लेने पर होटल बंद रखने की चेतावनी भी दी है।