@शब्द दूत ब्यूरो (24 अप्रैल, 2024)
लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियां धुआंधार प्रचार कर रही हैं और सियासी तापमान चढ़ा हुआ है. जहां बीजेपी तीसरी बार सत्ता में आने के लिए जोर लगा रही है, वहीं विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसी भी कीमत पर हराने के लिए हर संभव कोशिश में जुटा हुआ है. इस बीच बुधवार की शाम को दूसरे चरण का प्रचार थम जाएगा और 26 अप्रैल को वोटिंग होगी. इस चरण में उत्तर प्रदेश की आठ सीटों पर वोटिंग होगी, जिसमें नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, अमरोहा, बागपत, अलीगढ़, मथुरा और बुलंदशहर शामिल हैं.
चुनाव प्रचार थमने के साथ ही नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ सहित सभी आठ जिलों में 48 घंटे के लिए शराब पर पाबंदी लगाई जाएगी. वोटिंग को देखते हुए इन जिलों की सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. बैरिकेडिंग लगाकर वाहनों की चेकिंग की जा रही है. दूसरे जिले से शराब ले जाने वालों की खैर नहीं होगी. पुलिस लगातार नजर बनाए हुए है.
राजनाथ, अखिलेश, मायावती ने झोंकी ताकत
दूसरे चरण के चुनाव प्रचार के लिए मंगलवार को बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने नोएडा जिले में पार्टी उम्मीदवार महेश शर्मा के लिए प्रचार किया. उन्होंने एक जनसभा की और कहा कि अब राज्य अपनी कानून-व्यवस्था, विकास, निवेश और सुशासन के लिए जाना जाता है. वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ में पार्टी उम्मीदवार अरुण गोविल के लिए रोड शो किया. उन्होंने दिन में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अमरोहा और बागपत जिलों में रैलियों को संबोधित किया.
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने अलीगढ़ से सपा-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार बिजेंद्र सिंह और हाथरस से जसवीर बाल्मीकि के लिए अलीगढ़ जिले में रैली की. बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने भी पार्टी प्रत्याशी देवब्रत त्यागी के समर्थन में मेरठ जिले में एक रैली को संबोधित किया. वहीं, वोटिंग के आखिरी दिन राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशी पूरी ताकत झोंक दे रहे हैं और मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं.
यूपी के अलावा इन राज्यों में होगी वोटिंग
दूसरे चरण का चुनाव यूपी के अलावा असम, बिहार, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, राजस्थान, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल और जम्मू और कश्मीर सहित 13 राज्यों की 89 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी. पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोटिंग हुई थी. दस राज्यों को पूरी तरह से कवर किया गया थी, जबकि 11 राज्यों की कुछ सीटों पर मतदान हुआ था.