@शब्द दूत ब्यूरो (02 अप्रैल 2024)
काशीपुर। देश के जाने-माने पत्रकार, साहित्यकार और संगीतकार राजीव नयन बहुगुणा अपनी बेबाक टिप्पणियों और निर्भीक पत्रकारिता के लिए जाने जाते हैं। आज शब्द दूत कार्यालय पहुंचे राजीव नयन बहुगुणा से शब्द दूत की एक संक्षिप्त वार्ता हुई। बातचीत के दौरान उन्होंने मौजूदा राजनीतिक सामाजिक और चुनावी माहौल पर पूछे गए सवालों के जबाब देते हुए करारे व्यंग कसे।
देश में चल रहे लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया के दौरान सामयिक सवाल पर भी उन्होंने बेबाकी से अपनी राय रखी। दोनों मुख्य राष्ट्रीय दलों भाजपा और कांग्रेस को लेकर भी राजीव नयन बहुगुणा ने सपाट और सीधे जबाब दिये। कांग्रेस को उन्होंने जहां उसकी मूल जड़ों से विस्मृत होने की बात कही वहीं मौजूदा भाजपा सरकार को भी घेरे में लिया। उत्तराखंड की बात करते हुए उन्होंने कहा यहां के लोग मुद्दों से भटका दिये गये हैं।
राजीव नयन बहुगुणा ने कहा कि इस समय देश की जो वास्तविक स्थिति है वह बड़ी विषम है। भारत एक कृषि प्रधान देश है। कृषि अर्थव्यवस्था की प्रमुख रीढ़ है। उन्होंने कहा कि आज कृषि प्रधान देश की कृषि भूमि ही खतरे में है। दूसरी प्रमुख समस्या है नौजवानों का रोजगार खत्म हो गया है। ये दोनों ही विकास के नाम बर्बादी की ओर अग्रसर कर दिए गए। राजीव नयन बहुगुणा का कहना है कि कृषि इस देश की प्रमुख अर्थव्यवस्था का अंग है। कृषि के साथ ही पर्यावरण पर आधारित अर्थव्यवस्था ही देश को आर्थिक संकट से उबारता रहा है।
उत्तराखंड की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भू कानून, मूल निवास, अंकिता भंडारी जैसे मुद्दों को यहां की जनता भुला रही है। इसका कारण उन्होंने ये बताया कि राजनेताओं ने अपने स्वार्थ के कारण राज्य के युवाओं और यहां की जनता को भटका दिया है।
चुनावी चर्चा करते हुए राजीव नयन बहुगुणा ने कहा कि देश के दक्षिणी राज्यों का मतदाता और वहां के लोग उच्च शिक्षित और शिक्षा संपन्न हैं। इसलिए वहां का मतदाता राजनीतिक दलों खासकर भाजपा के बहकावे में नहीं आते हैं।
राजीव नयन बहुगुणा से हुई बातचीत का पूरा वीडियो देखें।