मनोज श्रीवास्तव
काशीपुर। प्रतापपुर चौकी क्षेत्र में कथित तौर पर घटित छेड़छाड़ व मारपीट की घटना में एक नाटकीय मोड़ आ आ गया। पीड़ित पक्ष शिकायत के कुछ देर बाद ही बैकफुट पर आ गया। उसने पुलिस को दी तहरीर को गलतफहमी बताया।
ज्ञातव्य है कि ग्राम रामजीवनपुर निवासी सगी तीन बहनों ने आज सुबह दर्जनों ग्रामीणों के साथ कोतवाली पहुंचकर ड्यूटी में मौजूद एसआई को तहरीर देते हुए प्रतापपुर चौकी में खाना बनाने वाले संतोष नामक युवक पर गंभीर आरोप लगाए। सगी बहनों का कहना था कि संतोष क्षेत्र में छोटा दरोगा की नाम से विख्यात है। उसने रात 2:00 बजे घर में घुसकर छेड़छाड़ की। पुलिस को दी तहरीर में प्रतापपुर चौकी इंचार्ज विजय सिंह पर पीड़िता के पिता के साथ मारपीट का भी आरोप लगाया गया। कोतवाली में जब दोनों पक्ष आमने-सामने हुए तो गहन पूछताछ के दौरान शिकायत करने आई युवतियों ने मामले को मिसअंडरस्टैंडिंग बताते हुए तहरीर वापस ले लिया। प्रतापपुर चौकी इंचार्ज ने शब्द दूत को फोन पर बताया कि युवती के पिता द्वारा शराब पीकर चौकी के आसपास हंगामा काटने के कारण उन्हें हिरासत में लिया गया। मेडिकल परीक्षण में अल्कोहल की पुष्टि हुई। आज सुबह बाकायदा युवती के पिता को सुपुर्दगी में छोड़ा गया। यानी घटनाक्रम पूरी तरह नाटकीय रहा।