काशीपुर । पुलिस का अमानवीय चेहरा कभी कभी जनता के लिए दुखदायी हो जाता है। ऐसा ही कुछ काशीपुर पुलिस की एक घटना में देखने को मिला। इस घटना में छेड़छाड़ की शिकार एक युवती के ही पिता को एक रात लॉकअप में बितानी पड़ी। जनता के आक्रोश को देखते हुए अंततः पुलिस ने उसे छोड़ दिया और अब छेड़छाड़ के आरोपी के विरूद्ध पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने की तैयारी है।
मामला रामनगर रोड स्थित प्रतापपुर पुलिस चौकी का है। संतोष नामक युवक चौकी में खाना बनाने का काम करता है। आरोप है कि बीती रात वह चौकी के सामने स्थित एक घर में घुस गया और वहाँ सो रही एक युवती से छेड़छाड़ करने लगा। जिस पर युवती ने शोर मचा दिया। शोर सुनकर घरवाले और आसपास के लोग इकट्ठा हो गये। आरोपी वहाँ से भाग गया।
पीड़िता ने तहरीर में कहा कि जब उसके पिता चौकी में मामले की रिपोर्ट करने गए तो दारोगा ने उल्टा उसके साथ मारपीट की और उसे काशीपुर लाकर रात में ही लॉकअप में बंद कर दिया। इस बात की भनक जैसे ही लोगों को हुई तो वहाँ आक्रोशित लोगों ने इस बात का विरोध किया। लोगों के आक्रोश को देखते हुए पीड़िता के पिता को लॉकअप से छोड़ दिया गया।
उधर घटनाक्रम का पता चलते ही कोतवाल चंद्रमोहन सिंह ने पीड़िता और आरोपी से पूछताछ की। एएसपी डा जगदीश चंद्र ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।
कथित आरोपी प्रतापपुर चौकी में खाना बनाने का काम करता है। पर चर्चा है कि वह पुलिस के लिए अवैध वसूली भी करता है। लोगों का कहना है कि इसीलिए प्रतापपुर पुलिस चौकी उसे बचाने का प्रयास कर रही है। क्षेत्र में वह छोटा दारोगा नाम से जाना जाता है।