@शब्द दूत ब्यूरो (24 मार्च 2024)
खानपुर: देवभूमि में आज होली की धूम मची है। महिलाएं सज संवर कर बच्चों के साथ होलिका का पूजन कर रही हैं. लंढोरा के मेन बाजार के शिव मठ मंदिर में वर्षों से होली पूजन का विशेष प्रबंध होता है. यहां नगर के सभी लोग पूजन करने के लिए आते हैं. क्षेत्र में होलिका पूजन का विशेष महत्व है।
होलिका पूजन के अंतर्गत समाजिक संगठन लकड़ी इकट्ठी करके मोहल्लों गलियों व सार्वजनिक स्थानों पर लगाते हैं. यहां सभी महिलाएं विधि-विधान से होलिका पूजन करती हैं. होली पूजन के बाद निर्धारित समय पर होलिका दहन किया जाता है. शास्त्रों के अनुसार मान्यता है कि भक्त प्रह्लाद की भक्ति से परेशान होकर उनके पिता हिरण्यकश्यप अपनी बहन होलिका से भक्त प्रह्लाद को मारने के लिए कहा गया. कहा जाता है कि होलिका को वरदान प्राप्त था कि उसको आग जला नहीं सकती।
इसी वरदान के चलते होलिका भक्त प्रह्लाद को अपनी गोद में लेकर लकड़ियों के ढेर पर बैठ गईं. लेकिन भक्त प्रह्लाद को भगवान की कृपा से आंच तक नहीं आई और होलिका जलकर राख हो गईं। भक्त प्रह्लाद की भक्ति से भगवान ने प्रह्लाद के प्राणों की रक्षा की और यह साबित कर दिया कि बुराई पर अच्छाई की विजय निश्चित रूप से होती है. वहीं, होलिका पूजन करने आई महिलाओं ने कहा कि होली का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है. इसीलिए सभी महिलाएं होली पूजन करती हैं. अपने परिवार में अपने बच्चों की दीर्घायु के लिए होलिका मैया से प्रार्थना करती हैं. होली का पर्व एक-दूसरे की गलतियों को भुलाकर आपसी भाईचारे व प्रेम सौहार्द का पर्व है।