नई टिहरी। डोबराचांठी पुल बनाओ संघर्ष समिति ने बहुप्रतीक्षित डोबराचांठी पुल के निर्माण पर कई सवाल उठाये हैं। समिति के संयोजक राजेश्वर पैन्यूली ने कहा कि प्रस्तावित दो लेन पुल की जगह सिंगल लेन का निर्माण क्षेत्र की जनता के साथ धोखा है।
समिति ने पुल की भार वहन क्षमता पर भी सवाल उठाये हैं। राजेश्वर पैन्यूली ने बताया कि लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर पुल की भार वहन क्षमता 18 टन बता रहे हैं। जबकि सूचना के अधिकार के तहत पुल की क्षमता 10 टन एक्सल लोड़ बतायी गयी है।
पैन्यूली ने कहा कि हालांकि पुल के निर्माण में अब तक लगभग तीन सौ करोड़ से भी अधिक खर्च का अनुमान है। लेकिन सरकार सिर्फ 103 करोड़ का खर्च बता रही है। पैन्यूली ने ये भी आरोप लगाया कि 2008 में खरीदे गये लोहे का इस्तेमाल पुल के निर्माण में किया गया है। उन्होनें कहा कि मार्च 2020 में पुल के यातायात के लिये खुल जाने के बाद इसपर ट्रैफिक का भारी दबाव रहेगा। ऐसे में पुल की गुणवत्ता पर सवाल उठने लाज़िमी हैं।