नैनीताल। अफसरों द्वारा सरकारी बैठकों में विकास के दावों की हकीकत जानने के लिए जिलाधिकारी सविन बंसल ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कर जहाॅ लोगों का दुःख-दर्द सुनते हैं, वहीं गाॅव में चैपाल लगाकर लोगों की समस्याएं सुन उनका निराकरण करने के लिए दूरस्थ ग्रामीण पहाड़ी क्षेत्रों में पैदल यात्रा कर लोगों के बीच पहुॅचते हैं। उनके साथ जिला स्तरीय अधिकारियों का भी कारवाॅ साथ रहता है।
गौरतलब है कि बीते सितम्बर माह में जिलाधिकारी विकासखण्ड भीमताल के दूरस्थ एवं दुर्गम गाॅव मलुवाताल पहुॅचे, जहाॅ पहली बार अपने बीच किसी जिलाधिकारी को देखकर गाॅववासी काफी प्रसन्न नज़र आए और उनका ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया।
गाॅव में आयोजित चौपाल में मलुवाताल के ग्रामीणों ने गाॅव की सबसे महत्वपूर्ण एवं जटिल समस्या रखी कि गाॅव को जोड़ने के लिए कोई भी सड़क नहीं है, इससे गाॅव वाले विकास की मुख्य धारा से अलग-थलग पड़े हैं तथा उन्हे सुगम जीवन यापन करने में भी काफी कठिनाई हो रही है। गाॅव वालों ने बताया कि गाॅव के विस्थापन की श्रेणी में होने के कारण सड़क का निर्माण आज तक नहीं हो पाया है। विस्थापन की श्रेणी में होने के कारण न तो मलुवाताल में सड़क बन पा रही है और न ही अन्य विकास सम्बन्धी कार्य हो पा रहे हैं। ग्रामीणों की बात को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने भू-वैज्ञानिक, जिला टास्क फोर्स, अधिशासी अभियंता सिंचाई नैनीताल तथा आपदा प्रबन्धन अधिकारी नैनीताल की संयुक्त टीम बनाकर रिपोर्ट मांगी।
समिति ने जिलाधिकारी को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा है कि मलुवाताल के भूगर्भीय अध्ययन के अनुसार ग्राम के उत्तर-पूर्व डाउनस्लोप ढलानों पर कलसा नदी ग्राम के उत्तर-पश्चिम दिशा से प्रवाहित होकर ग्राम के उत्तर-पूर्व ढलानों की ओर से ग्राम से औसतन 15 मीटर निचले ढलान, लेवल पर प्रवाहित होती है। ग्राम के निकट प्रवाहित होने वाली कलसा नदी के अपस्ट्रीम में उत्तर-पश्चिम भ-ूभागों में नदी द्वारा किये जा रहे कटाव के दृष्टिगत गा्रम के उक्त भाग जिसमें मुख्यतः कृषि कार्य किया जाता रहा है, की वर्तमान स्थिति आंशिक रूप से कटान के प्रति प्रवृत्त है। जहाॅ ग्राम के उत्तर-पश्चिम ढलान भागों में अवस्थित नाप कृषि भूमि के कटाव को रोकने हेतु आवश्यक सुरक्षा दीवार एवं सुरक्षात्मक कार्य सिंचाई विभाग के निर्देशन में कराया जाना नितान्त आवश्यक है। ग्राम मलुवाताल भूस्खलन आदि आपदाओं के परिप्रेक्ष्य में वर्तमान भूगर्भीय स्थिति के दृष्टिगत सुरक्षित है तथा विस्थापन, पुनर्वास की श्रेणी में रखे जाने हेतु उपयुक्त प्रतीत नहीं है। अतः मुलवाताल को विस्थापन एवं पुनर्वास श्रेणी से अवमुक्त रखा जाए।
समिति की रिपोर्ट को जिलाधिकारी श्री बंसल द्वारा जनहित को दृष्टिगत रखते हुए अपनी प्रबल संस्तुति सहित सचिव आपदा अमित नेगी को प्रेषित कर अनुरोध किया है कि मलुवाताल गाॅव को रिपोर्ट के आधार पर विस्थापन एवं पुनर्वास श्रेणी से बाहर कर दिया जाए ताकि वहाॅ विकास कार्यों को कराया जा सके। जिलाधिकारी ने शासन से स्वीकृति की प्रत्याशा में अधिशासी अभियंता पीएमजीएसवाई को निर्देश दिए कि वह मलुवाताल में जनहित को दृष्टिगत रखते हुए सड़क निर्माण की कार्यवाही प्रारम्भ कर दें।