@शब्द दूत ब्यूरो (08 मार्च 2024)
धर्मशाला टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों के आगे इंग्लैंड के गेंदबाजों की हालत खराब हो गई. जिस धर्मशाला की पिच पर इंग्लैंड के बल्लेबाज सिर्फ 218 रन बना सके, उसी 22 गज की पट्टी पर टीम इंडिया ने आसानी से 400 का स्कोर पार कर लिया. भारत की बेहतरीन बल्लेबाजी के दौरान एक ऐसा कारनामा भी दोहराया गया जो 15 साल पहले देखने को मिला था. दरअसल धर्मशाला में टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर के 5 बल्लेबाजों ने पचास से ज्यादा रनों की पारी खेली. ऐसा आखिरी बार साल 2009 में देखने को मिला था. मुंबई के ब्रेबॉर्न टेस्ट में श्रीलंका के खिलाफ टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर के पांच बल्लेबाजों ने पचास या उससे ज्यादा रनों की पारी खेली थी.
पडिक्कल के अर्धशतक से पूरा हुआ रिकॉर्ड
बता दें धर्मशाला टेस्ट में यशस्वी जायसवाल ने 57 रनों की पारी खेली. इसके बाद कप्तान रोहित शर्मा ने शतक लगाया. शुभमन गिल ने भी सेंचुरी लगाई. चौथा फिफ्टी प्लस स्कोर सरफराज खान के बल्ले से निकला. इसके बाद अपना डेब्यू मैच खेल रहे देवदत्त पडिक्कल के अर्धशतक के दम पर 15 साल पुराना कारनामा दोहराया जा सका.
पडिक्कल ने खेली अच्छी पारी
पडिक्कल ने अपनी पहली टेस्ट पारी का आगाज कुछ खास नहीं किया था. स्टोक्स की गेंद पर पडिक्कल के बल्ले का किनारा लगा और उन्हें दूसरी स्लिप के पास से चौका मिला. लेकिन इसके बाद पडिक्कल अपनी लय में आ गए. इस खिलाड़ी ने 10 चौके लगाए और शोएब बशीर की गेंद पर छक्का लगाकर अपनी पहली टेस्ट हाफसेंचुरी पूरी की. हालांकि ये खिलाड़ी बशीर की गेंद पर ही बोल्ड हो गया. वैसे पडिक्कल ने अपने टैलेंट को साबित कर दिया है, अब देखना ये है कि भविष्य में टीम इंडिया इस खिलाड़ी को कैसे इस्तेमाल करती है.
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