@शब्द दूत ब्यूरो (01 मार्च 2024)
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार का संकट अभी टला भी नहीं है. इस बीच, कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार पर संकट के संकेत मिल रहे हैं. खुद कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने मैसूर में आरोप लगाया कि बीजेपी कांग्रेस विधायकों को 50 करोड़ रुपये की पेशकश करके खरीदने की कोशिश कर रही है, लेकिन कांग्रेस का कोई भी विधायक बीजेपी में नहीं जाएगा. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी उनकी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है.
बता दें कि राज्यसभा चुनाव में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के छह विधायकों ने बीजेपी के उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया था. इससे कांग्रेस के उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी को पराजय का सामना करना पड़ा.
हालांकि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के संकट के बीच कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने अहम भूमिका निभाई थी. पार्टी के पर्यवेक्षक के रूप में वह नाराज विधायकों को कुछ हद तक मनाने में कामयाब रहे हैं, लेकिन बीजेपी का दावा है कि अभी भी हिमाचल प्रदेश में सियासी संकट टला नहीं है.
कांग्रेस विधायकों को दिए 50 करोड़ के ऑफर
हिमाचल प्रदेश की संकट के बीच शुक्रवार से दो दिनों के लिए मैसूर जिले के दौरे पर रहे सीएम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बीजेपी के 50 करोड़ रुपए कांग्रेस विधायक प्रलोभन में नहीं आये हैं. सरकार गिराना बीजेपी की आदत बन गयी है. बीजेपी ने कभी भी सीधे चुनाव नहीं कराया. देश के अन्य राज्यों में भी सरकार ऐसा ही करने की कोशिश कर रही है.
इस बीच, बीजेपी नेता लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं. गुरुवार शाम प्रदेश भाजपा कार्यालय में विधानसभा क्षेत्रवार नेताओं की बैठक हुई. उन क्षेत्रों के नेताओं के साथ बैठक की गई है, जहां कई दावेदार हैं. बीजेपी के प्रदेश लोकसभा चुनाव प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल के नेतृत्व में बीदर, कोलार, चिक्कबल्लापुर, उत्तर कन्नड़ विधानसभा क्षेत्रों के नेताओं की बैठक हुई, इसमें बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र भी मौजूद रहे.
सीएम ने हासन में विकास परियोजना की शुरुआत की
दूसरी ओर, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हासन जिले में 1,344 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की एक श्रृंखला शुरू की. सीएम सिद्धारमैया ने इस साल के बजट और अगले साल के बजट के बीच तुलना पर जोर देते हुए 62,000 करोड़ रुपये की पर्याप्त वृद्धि का संकेत दिया.
उनके अनुसार, इस बढ़ोतरी में विकास कार्यों के लिए निर्धारित महत्वपूर्ण धनराशि शामिल है, जिसमें समग्र विकास के लिए 1.2 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जिसमें गारंटी योजनाओं के लिए 52,000 करोड़ रुपये शामिल हैं.
हासन में विकास परियोजनाओं की शुरुआत और बजट और जीडीपी वृद्धि पर जोर कर्नाटक सरकार और भाजपा के बीच राजनीतिक उठापटक की पृष्ठभूमि में आया है.