काशीपुर । सरवरखेड़ा निवासी अब्दुल करीम एक माह पहले एनडीपीएस एक्ट के तहत हल्द्वानी जेल में बंद था। जेल में रहने के एक सप्ताह के भीतर उसकी तबीयत खराब होने के चलते उसे हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। बीते रोज उसकी हालत ज्यादा खराब हो गई तो उसे ऋषिकेश के एम्स के लिए रैफर कर दिया गया।
परिजनों ने एबुंलेस की व्यवस्था कर उसे ऋषिकेश एम्स ले जाते समय ठाकुर द्वारा और शरीफ नगर के बीच अपुष्ट करीम की मौत हो गई। मृतक के बहनोई नासिर ने बताया कि एंबुलेंस में कोई डाक्टर नहीं था। केवल दो पुलिस के सिपाही और वह स्वयं था। मृतक के परिजनों ने जेल प्रशासन और चिकित्सकों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।