आरोप प्रत्यारोप के बीच बढ़ रहा गायों की मौत का आंकड़ा
@शब्द दूत ब्यूरो (12 जनवरी 2024)
कोटा । यहां भीषण ठंड के चलते 200 से अधिक गायों की ठिठुरते हुए मौत हो गई। अभी ये आंकड़ा और बढ़ सकता है। बिडम्बना की बात यह है कि नगर निगम और गौशाला प्रबंधन एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहा है।
कोटा की दो गौशालाओं में ये दर्दनाक हादसा हुआ है। पिछले दस दिनों में हुई इन मौतों का कारण कड़कड़ाती ठंड को बताया जा रहा है। दरअसल गौशालाओं में ठंड से बचने के लिए कोई उचित व्यवस्था नही है। वहीं गौशाला के कर्मचारियों ने कहा है कि नगर निगम कमिश्नर को हालात की जानकारी दी गई थी। जबकि कमिश्नर ने कहा है कि उन्हें इस मामले में कुछ नहीं बताया गया था। कोटा में सबसे बड़ी गौशाला बंदा धर्मपुरा में 10 दिन में 184 गायों की मौत हुई है। बता दें कि इस गौशाला में मौजूदा समय में भी 2600 गायें हैं जो खुले में रह रही है।
गायों की मौत का सिलसिला 1 जनवरी से शुरू हुआ था। को पहले ही दिन 9 गायों की मौत हुई थी। अगले दिन 18 और फिर 3 जनवरी को 21 गायों की मौत हुई। फिर 4 जनवरी को 19 और उसके अगले दिन यानी 5 जनवरी को 26 गायों की मौत हुई। इस तरह गायों की मौत का आंकड़ा बढ़ता गया. 6 जनवरी को 21 और 7 जनवरी को 22 गायों की मौत हुई. 8 जनवरी को 16, 9 जनवरी को 9 और 10 जनवरी को 23 गायों की मौत हुई है। बंदा धरमपुरा गौशाला इंचार्ज दिनेश ने बताया कि ठंड से लगातार गायों की मौत की अधिकारियों को जानकारी दे दी गई है।
वहीं कोटा के ही किशोरपुरा में स्थित गौशाला में भी गायों की मौत का मामला बढ़ रहा है। बताया जाता है कि हर रोज दो गायों की मौत हो रही है। नवंबर में 45, दिसंबर के महीने में 68 गायों की मौत हुई जबकि 1 जनवरी से 10 जनवरी तक रोज दो गायों की मौत हुई है।
उधर नगर निगम कमिश्नर सरिता सिंह ने कहा है कि निगम की ओर से व्यवस्थाएं हुई हैं। सर्दी ज्यादा थी। जो भी कमियां हैं उनको दूर किया जाएगा। कमिश्नर से जब गौशाला में डॉक्टर की व्यवस्था के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बात को टालते हुए कहा कि कंपाउंडर तो लगाए हुए हैं, अब डॉक्टर भी लगा देंगे। साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि गौशालाओं में टिन सेट भी लगवाए जा रहे हैं।
उधर कोटा दक्षिण के विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि मैं खुद गौशाला जाऊंगा। जिसकी भी लापरवाही होगी उस पर कार्रवाई की जाएगी। गौशालाओं में ठंड आदि से बचाव की जरूरी चीजों की व्यवस्था की जाएगी।