नई दिल्ली। अयोध्या राम जन्मभूमि मामले में देश की सर्वोच्च अदालत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई का एक बड़ा बयान आया है। मुख्य न्यायाधीश ने कहा है कि 18 अक्टूबर तक सुनवाई पूरी होने की उम्मीद है और चार हफ्ते बाद फैसला भी आ जायेगा।
आज अयोध्या भूमि विवाद मामले की 26वें दिन की सुनवाई हुई। इस मुद्दे पर मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा है कि सभी को संयुक्त प्रयास करना होगा और पक्षकार समझौता कर अदालत को बताए।इस केस की सुनवाई 18 अक्टूबर तक पूरी होने की उम्मीद भी जताई। 27 सितंबर तक मुस्लिम पक्षकार अपनी बहस पूरी कर लेंगे। मुस्लिम पक्षकारों की तरफ से राजीव धवन ने कहा, ”अगले हफ़्ते तक हम अपनी बहस पूरी कर लेंगे। इस पर मुख्य न्यायाधीश ने कहा, ”आप अपनी बहस इस महीने तक पूरी कर लेंगे। इस पर रामलला विराजमान ने कहा कि उन्हें जवाब देने के लिए 2 दिनों का वक्त चाहिये ।
मुख्य न्यायाधीश ने कहा, ”हमें उम्मीद है कि हम अयोध्या राम जन्मभूमि मामले में 18 अक्टूबर तक सुनवाई पूरी कर लेंगे। इसके लिए हम सभी को संयुक्त प्रयास करना होगा। इसके बाद जजमेंट लिखने के लिए जजों को चार हफ्तों का वक्त मिलेगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ”अगर पक्षकार इस मामले को मध्यस्थता समेत अन्य तरीके से सैटल करना चाहते हैं तो कर सकते हैं। पक्षकार समझौता कर अदालत को बताएं।
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा, ”मध्यस्थता को लेकर पैनल का पत्र मिला। अगर पक्ष आपसी बातचीत कर मसले का समझौता करना चाहते है तो कर के कोर्ट के समक्ष रखे। मध्यस्थता कर सकते है। मध्यस्थता को लेकर गोपनीयता बनी रहेगी।
सुप्रीम कोर्ट ने आगे कहा कि इस दौरान सुनवाई चलती रहेगी। सुनवाई काफी आगे तक बढ़ चुकी है इसलिए सुनवाई भी चलेगी। यानी 17 नवंबर तक फैसला आएगा। यहाँ याद दिला दें कि चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई इसी दिन रिटायर भी होंगे।