फैसल खान
लखनऊ ।सिद्धार्थनगर में दो पुलिसकर्मियों द्वारा एक शख्स की काग़ज़ चेक करने नाम पर जिस बेदर्दी से पिटाई करने के मामले में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले पिटाई का वीडियो सामने आने के बाद दोनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था। वीडियो में दिख रहा था कि दोनों पुलिसकर्मी एक शख्स की बेरहमी से पिटाई कर रहे हैं और उस शख्स का भतीजा इस घटना से डरा हुआ है। शख्स के परिवार का कहना है कि पुलिसकर्मियों के साथ शख्स की ट्रैफिक नियमों को लेकर बहस हो गई थी जिसके बाद उसकी पिटाई कर दी गई। अब वहीं पुलिस कह रही है कि उक्त शख्स नशे में था पहली बात तो वीडियो उक्त युवक लड़खड़ाता नज़र नहीं आ रहा ये पुलिस की मामले को दूसरा रूप देने की नाकाम कोशिश है उक्त युवक पर दूसरा आरोप लगाया जा रहा है कि क्षेत्र में हुए सांप्रदायिक विवाद में शामिल था।
इस मामले में गौर करने की बात ये है कि शख्स के नशे की जांच नहीं की गई थी। इस घटना का वीडियो जब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ तो दोनों पुलिसकर्मियों पर विभागीय जांच का आदेश दिया गया।
प्रारंभिक रिपोर्ट का कहना है कि रिंकू पांडे नाम का शख्स बाइक से जा रहा था और उसकी मंगलवार दोपहर पुलिसकर्मियों से उस वक्त बहस हो गई जब उन्होंने उसे चेकिंग के लिए रोका। फुटेज में दिख रहा है कि सब इंस्पेक्टर वीरेंद्र मिश्रा और हेड कॉन्सटेबल महेंद्र प्रसाद ने उसकी पिटाई की और गंदी गालियां दीं। एसआई तो उस शख्स के ऊपर ही बैठ गया और उसे नीचे गिरा दिया। शख्स को बाल पकड़कर भी खींचा गया। इस घटना में शख्स के साथ जो बच्चा था, वह भी घायल हुआ। शख्स ने पुलिस वाले से कहा था कि यह मेरी गलती है इसलिए आप मुझे जेल में बंद कर सकते हैं। वीडियो के आखिर में शख्स ने पुलिसवाले को अपनी बाइक की चाबी देने से मना कर दिया, वहीं पुलिसकर्मी ने उससे चाबी छीनने की कोशिश की। शख्स ने कहा, ‘मुझे बताओ, मेरी गलती क्या है?’ सीनियर पुलिस अधिकारी डॉ धर्मवीर सिंह ने कहा, ‘यह बताया गया कि शख्स नशे में था। दो पुलिसकर्मियों ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी और उसे नीचे गिराकर बुरा बर्ताव किया। दोनों पुलिसकर्मी वर्दी में थे। यह पुलिस विभाग के लिए शर्मनाक है।