नितेश जोशी
फूलमाला हथनी के पैरों में भी संक्रमण होने लगा है।
रामनगर। वन विभाग द्वारा कब्जे में ली गई दो हथिनियों की मौत के एक माह बाद अब तीसरी हथिनी (फूलमाला) की भी हालत खराब होने लगी है। लक्ष्मी हथिनी की ही तरह अब फूलमाला हथिनी के पैरों में भी संक्रमण होने लगा है। ऐसे में वन विभाग उसकी हालत को लेकर चिंतित है।
रामनगर वन प्रभाग ने हाईकोर्ट के आदेश के बाद पिछले साल दस अगस्त को आठ हथिनियों को कब्जे में लिया था। पांच महीने बाद लक्ष्मी हथिनी के दोनों पैरों में संक्रमण फैलने लगा। इसके बाद संक्रमण तेजी से चारों पैरों में फैल गया।
आईवीआरआई बरेली, पंतनगर, एसओएस मथुरा व स्थानीय पशु चिकित्सकों की टीम ने उसका उपचार किया। लेकिन चिकित्सक उसकी हालत नहीं सुधार पाए। पूरा वन महकमा उसे बचाने में जुटा रहा। दिनोदिन उसकी हालत बिगड़ती चली गई। संक्रमण होने से फिर वह अपने पैरों में खड़ी नही हो पाई थी। उसे करें कि मदद से खड़ा किया गया।
एक अगस्त को उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद रात को वन विभाग द्वारा कब्जे में दी गई कलीना हथिनी की भी मौत हो गई थी। वन विभाग ने एक हथिनी कोर्ट के आदेश पर दे दी है। अब वन विभाग के पास पांच हथिनी है।जिसमें से फूलमाला नाम की हथिनी के पैरों में भी लक्ष्मी हथिनी के जैसे लक्षण है। ऐसे में वन विभाग ने उसका उपचार शुरू कर दिया है। हथिनी के पैर में संक्रमण से वन विभाग उसके स्वास्थ्य के प्रति गंभीर बना हुआ है।
डीएफओ वीपी सिंह ने बताया कि फूलमाला के पैर में संक्रमण शुरू हो रहा है। पशु चिकित्सक उसे नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे है। कब्जे में ली गई हथिनियो को रोज 12 किलोमीटर चलाया जा रहा है। जिससे कि खड़े खड़े उनके पैरों में दिक्कत न हो।

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