वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा है कि आधुनिक तकनीक से लैस अपाचे 64-ई लड़ाकू हेलीकॉप्टर भारतीय वायु सेना की मारक क्षमताओं में वृद्धि करेगा। पीटीआई के मुताबिक उन्होंने यह बात आठ अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टरों को भारतीय वायुसेना में शामिल किए जाने के लिए आयोजित एक समारोह में कही।
आधुनिक युद्धक क्षमता वाले ये हेलीकॉप्टर आधुनिक तकनीक से लैस हैं और इन्हें पश्चिमी क्षेत्र में तैनात किया जाएगा।
अपाचे हेलिकॉप्टर दुनिया के सबसे ताक़तवर और आक्रामक हेलिकॉप्टरों में से एक है। यह कई तरह के मिशन को अंजाम दे सकता है। आधुनिक तकनीक से लैस ये हेलीकॉप्टर सभी मौसमों में दिन-रात तेजी से कार्रवाई करने में सक्षम हैं।
भारत के लिए पठानकोट एयरबेस पर इन हेलीकॉप्टरों की मौजूदगी इसलिए भी अहम है कि यहां से सटी पाकिस्तान सीमा पर अक्सर तनाव रहता है। करीब 16 फीट ऊंचे और 18 फीट चौड़े अपाचे हेलिकॉप्टर को उड़ाने के लिए दो पायलटों की जरूरत होती है। दो इंजनों की वजह से यह अधिकतम 280 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार पकड़ सकता है।
जानकारों के मुताबिक अपाचे के खास डिजाइन के चलते इसे रडार पर पकड़ना मुश्किल होता है। इसमें 16 एंटी टैंक मिसाइल छोड़ने की क्षमता है। हेलीकॉप्टर के नीचे लगी राइफल में एक बार में 30एमएम की 1,200 गोलियां भरी जा सकती हैं। अपाचे एक बार में पौने तीन घंटे तक उड़ सकता है।