@शब्द दूत ब्यूरो (20 अप्रैल 2023)
प्रयागराज। अतीक- अशरफ हत्याकांड की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग की टीम ने आज घटनास्थल पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है। वही एसटीएफ ने हत्ययाकांडके दौरान हुये सीन को रिक्रियेट करने की भी तैयारी की। इस मौके पर घटना में घायल हुए सिपाही व धूमनगंज थाने के एस एच ओ की बुलाकर पूछताछ की गई। जांच टीम के साथ छह सदस्यीय फोरेंसिक टीम भी मौजूद है।
मेडिकल के लिए जिस कॉल्विन अस्पताल में दोनों को लाया जा रहा था वहां पहुंचकर भी घटना की जांच की जा रही है। एसटीएफ की ओर से माफिया अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड के सीन को रीक्रिएट किए जाने की तैयारी की जा रही है। प्रयागराज से कॉल्विन अस्पताल में हत्यारे कैसे पहुंचे? किन रूट का इस्तेमाल किया? अतीक अहमद और अशरफ को कॉल्विन हॉस्पिटल लाने की जानकारी उन तक कैसे पहुंची? इन तमाम सवालों के जवाब ढूंढ़े जा रहे हैं। इसके अलावा हॉस्पिटल में किस प्रकार घटना को अंजाम दिया गया, इस बारे में जानकारी ली जा रही है।
बता दें कि रिटायर्ड जज अरविंद कुमार त्रिपाठी की अध्यक्षता में योगी सरकार की ओर से घटना की जांच के लिए न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है। इसके अलावा डीजीपी और प्रयागराज कमिश्नर की ओर से दो एसआईटी का गठन किया गया है। जांच की गति को तेज किया गया है।
अतीक अहमद और अशरफ को लेकर कॉल्विन अस्पताल लाने वाले धूमनगंज एसएचओ राजेश मौर्य को मौके पर बुलाया गया। वहीं, अतीक अहमद पर फायरिंग के दौरान घायल सिपाही भी मौके पर पहुंचे। न्यायिक आयोग और एसआईटी ने दोनों से उस रात की घटना के बारे में दोनों से पूछताछ की। किस प्रकार से पूरी वारदात को अंजाम दिया गया, इसकी जानकारी ली गई। एसआईटी की ओर से सीन को रीक्रिएट कर उस दिन की घटना के विभिन्न पहलुओं को समझने की कोशिश की गई है।
जांच टीम हत्याकांड को अंजाम देने वाले सनी सिंह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य के मौके पर कैसे पहुंचा? इसकी भी जांच की जा रही है। दरअसल, प्रयागराज हॉस्पिटल से कॉल्विन अस्पताल पहुंचने के चार रास्ते हैं। इनमें से तीन रास्तों से 15-16 मिनट में पहुंचा जा सकता है। वहीं, एक रास्ते से करीब 20 मिनट का समय पैदल पहुंचने में लगता है। तीनों आरोपियों के हॉस्पिटल पहुंचने के बारे में पूछताछ हुई है। वे किन रास्तों के सीसीटीवी फुटेज में दिखे हैं, इसके बारे में भी पता लगाया जा रहा है।
कॉल्विन अस्पताल में न्यायिक आयोग और एसआईटी के साथ-साथ 6 सदस्यीय फॉरेंसिक टीम भी पहुंची है। इसको लेकर अस्पताल में सुरक्षा सख्त की गई है। भारी तादाद में पुलिस बल की तैनाती की गई है। एसआईटी और फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया है। न्यायिक जांच आयोग की टीम को रिटायर्ड जस्टिस अरविंद कुमार त्रिपाठी लीड कर रहे हैं। आयोग के सदस्य पूर्व डीजी सुबेश सिंह और पूर्व जज बृजेश कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे। आयोग ने एसआईटी के सदस्यों के साथ मीटिंग की। इसके बाद कॉल्विन अस्पताल भी टीम पहुंची। आयोग के सदस्यों के अस्पताल में आने को लेकर अस्पताल की सुरक्षा बढ़ाई गई। अस्पताल के आसपास एसटीएफ के सदस्य भी मौजूद रहे।