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नासा वैज्ञानिकों की रिपोर्ट: सूर्य में हुआ पृथ्वी से 20 गुना बड़ा छेद, तेजी से सौर तूफान बढ़ रहा पृथ्वी की ओर, कल तक टकरा सकता है धरती से

@शब्द दूत ब्यूरो (30 मार्च 2023)

नासा के वैज्ञानिकों ने सूर्य की सतह पर ‘कोरोनल होल’ कहे जा रहे एक विशाल काले क्षेत्र का पता लगाया है जो पृथ्वी से 20 गुना अधिक बड़ा है। इस होल से 29 लाख किलोमीटर/ घंटा की रफ्तार से सौर हवाएं पृथ्वी की तरफ बढ़ रही हैं जिनके शुक्रवार तक पृथ्वी से टकराने की आशंका है।

वैज्ञानिकों के मुताबिक पृथ्वी से 20 गुना बड़ा एक विशालकाय हिस्सा सूर्य में फूट गया है और वो काफी तेजी से हमारे प्लानेट की तरफ बढ़ रहा है। पिछले एक हफ्ते में ये दूसरा मौका है, जब सूरज के सतह पर विशालकाय छेद दिखाई दे रहा है। सूरज के फूटने की वजह से एक महाविशालकाय ‘कोरोनल होल’ का निर्माण हुआ है, और एक पृथ्वी से गई गुना बड़ा आग का गोला सूरज से निकला है, जो 1.8 मिलियन-मील-प्रति-घंटे की रफ्तार से हमारी तरफ बढ़ रहा है। आग का विशालकाय गोला, जिसे सौर हवा कहा जाता है, उसके बारे में आशंका है, कि वो शुक्रवार तक धरती को प्रभावित कर सकता है।

वैज्ञानिक यह देखने के लिए सूरज और सौर हवाओं पर बारीकी से नजर रख रहे हैं, कि क्या सौर हवाएं पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र, सैटेलाइट्स और धरती पर मौजूद टेक्नोलॉजी को भी प्रभावित करेंगी। 23 मार्च को देखा गया पहला छेद, पृथ्वी के आकार का 30 गुना है, और इससे लगातार सौर हवा निकल रही है, जो दक्षिण में एरिजोना क्षेत्र में आश्चर्यजनक अरोराओं को ट्रिगर करता है। आपको बता दें, कि अरोरा सौर हवाओं की वजह से बनता है और अरोरा के दौरान आकाश में काफी चमकीली रोशनी दिखाई पड़ती है। वहीं, सूरज पर बना दूसरा छेद पृथ्वी के आकार का 20 गुना है, जिससे 1.8 मिलियन मील प्रति घंटे की रफ्तार से सौर हवा का उत्सर्जन हो रहा है। इन दोनों छिद्रों को नासा के सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी द्वारा कैप्चर किया गया है, जो सूर्य का अध्ययन करता है।

नासा ने कहा है, कि ‘कोरोनल होल चुंबकीय रूप से खुले क्षेत्र हैं, जो उच्च गति वाली सौर हवा का निर्माण स्रोत हैं।’ नासा ने कहा, कि ‘अत्यधिक पराबैंगनी प्रकाश के कई तरंग दैर्ध्य में देखे जाने पर वे काले दिखाई देते हैं और सौर वायु पृथ्वी पर उच्च अक्षांशों पर औरोरा उत्पन्न कर सकती है।’ हालांकि, सूरज की ये तस्वीरें देखने पर खतरनाक लग सकती हैं, लेकिन पृथ्वी के लिए ये फिलहाल उतनी खतरनाक नहीं हैं।

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