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वेद भदोला
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिट इंडिया अभियान की शुरुआत सुबह 10 बजे इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम के साथ की। इस अभियान के तहत हर देशभर में कॉलेज और विश्वविद्यालय को 15 दिवसीय फिटनेस प्लान भी तैयार करना होगा।
इस अवसर पर फिटनेस जागरूकता को लेकर इंदिरा गांधी स्टेडियम में अनेक प्रस्तुतियां दी गई। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि देश की लाइफ स्टाइल में ही फिटनेस समाहित है। इस मौके पर दी गई प्रस्तुतियों के बाद मेरे भाषण की कोई जरूरत नहीं है।
पीएम ने कहा कि फिट इंडिया अभियान हर गांव और पंचायत स्तर से शुरू होकर खंड, जिला और राज्यों के स्तर पर चलेगा। प्रधानमंत्री ने लोगों से जोर देकर कहा कि आप इसमें से किसी एक गतिविधि को अपना लें तो फिट इंडिया अभियान सफल हो जायेगा।देश अपने उन युवा खिलाड़ियों को भी बधाई देना चाहता है जो दुनिया के किसी भी मंच पर भारत के तिरंगे को फहराने में जुटे हैं।वे हमारी उम्मीदों और आकांक्षाओं को नए स्तर पर ले जा रहे हैं।यह नए भारत के नए जोश और आत्मविश्वास का भी पैमाना है।जो फिट है-वो हिट है, कैचवर्ड के साथ फिट इंडिया अभियान की शुरुआत हो चुकी है। फिट इंडिया अभियान में उद्योग जगत, फिल्मी जगत, खेल जगत के अलावा अन्य अनेक हस्तियां शामिल हुए। मोदी ने कहा, “फिटनेस स्वस्थ और समृद्ध जीवन की जरूरी शर्त है।हमारी संस्कृति में ही फिटनेस पर ध्यान दिया गया है।किसी बीमारी के बाद परहेज के रूप में भी हम स्वास्थ्य को बेहतर बनाने वाले काम करते हैं।
युवाओं को हार्ट अटैक की घटनाओं पर पीएम ने चिंता जताते हुए कहा कि हमें इससे बचने की कोशिश करनी है।लाइफ स्टाइल की वजह से बढ़ती बीमारियां लाइफ स्टाइल डिसऑर्डर की वजह से होती हैं।लाइफ स्टाइल में छोटे-छोटे बदलाव करके हम इन बीमारियों से बच सकते हैं। इन बदलाव के लिए देश को प्रेरित करने का नाम ही फिट इंडिया मूवमेंट है।प्रधानमंत्री ने संस्कृत श्लोक उद्धृत किया “व्यायामात् लभते स्वास्थ्यं दीर्घायुष्यं बलं सुखं। आरोग्यं परमं भाग्यं स्वास्थ्यं सर्वार्थसाधनम्।, ”
पीएम ने इसका मतलब भी समझाया, “व्यायाम से स्वास्थ्य, लम्बी आयु, बल और सुख की प्राप्ति होती है। निरोगी होना परम भाग्य है और स्वास्थ्य से अन्य सभी कार्य सिद्ध होते हैं।
मोदी ने कहा कि लोगों की शारीरिक गतिविधियां घट गयी हैं और उनकी निर्भरता गैजेट पर बढ़ गयी है।वे हर कदम का हिसाब लगाते हैं।
पीएम ने कहा, “देश में अच्छा लगता है जब लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होते हैं, लेकिन बहुत से लोग ऐसे हैं जो अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाते।बहुत से लोग ऐसे हैं जो खाते समय ध्यान नहीं रखते, लेकिन डाइटिंग पर खूब ज्ञान देते हैं।आपका फिटनेस गैजेट से ठीक नहीं होता, आपके कैसे जीते हैं उसमें बदलाव से ठीक होगा।आप घर में जिम बनाते हैं, लेकिन उसकी सफाई करने के लिए नौकर रखते हैं।
फिट इंडिया अभियान पर भारत सरकार के खेल मंत्रालय के अलावा, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, पंचायती राज मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय जैसे मंत्रालय आपसी तालमेल से काम करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरे विश्व में इस तरह के अभियान की जरूरत महसूस हो रही है। हेल्दी चाइना 2030 नाम की एक महत्वाकांक्षी योजना बनाकर अपने नागरिकों के स्वास्थ्य पर ध्यान दे रहा है।ऑस्ट्रेलिया में कम से कम 15% लोगों को फिटनेस फ्रीक बनाने पर चर्चा हो रही है।ब्रिटेन में पांच लाख लोगों को स्वस्थ बनाने में जुटा है. अमेरिका-जर्मनी में फिटनेस पर कई बड़े काम हो रहे हैं।
फिट इंडिया के फिटनेस प्लान को बाकायदा उसे अपने कॉलेज या विश्वविद्यालय के पोर्टल, वेबसाइट पर अपलोड करना होगा। मोदी नेकहा, “देश में सबको फिट रहना होगा।अपनी उर्जा बीमारियों के इलाज में नहीं, खुद को देश को आगे बढ़ाने में लगायें. आप जब एक लक्ष्य तय कर लेते हैं तो जीवन उसी के हिसाब से चलने लगता है। हमारी दिनचर्या वैसी ही बन जाती है।मान लीजिये की आप रोज सुबह छह बजे जगते हैं, लेकिन ट्रेन पकड़ने के लिए आप दो घंटे पहले ही जग जाते हैं। ऐसे ही पढ़ाई या परीक्षा का कोई लक्ष्य तय करने पर आप उसी हिसाब से खुद को बदलने लगते हैं।
हाल में ही फिट इंडिया मूवमेंट पर मोदी सरकार को सलाह देने के लिए एक समिति का गठन किया गया था।इस समिति में भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए), राष्ट्रीय खेल संघ (एनएसएफ), सरकारी अधिकारी, निजी निकाय और प्रसिद्ध फिटनेस हस्तियों को शामिल किया गया था। मोदी ने कहा, “सफलता का कोई शॉर्ट कट नहीं है, आपको सीढ़ी से ही ऊपर जाना है।