काशीपुर (विनोद भगत) ।नगर निगम के सभागार में कुमाऊं के डीआईजी जगतराम जोशी के मुख्य आतिथ्य में आयोजित जन संवाद कार्यक्रम नशा उन्मूलन कार्यक्रम बन गया। कार्यक्रम में बोल रहे अधिकांश वक्ताओं ने नगर में बढ़ रही नशाखोरी पर लगाम लगाने के उपाय करने को कहा। मंच पर मौजूद विधायक हरभजन सिंह चीमा को आखिरकार यह कहना पड़ा कि नशे के अलावा नगर की अन्य समस्याओं जो कि कानून व्यवस्था से संबंधित हैं उन पर चर्चा की जाये।

जनसंवाद कार्यक्रम में बोल रहे वक्ताओं को बार-बार नशे की समस्या पर बोलने से मंच पर बैठे पुलिस अधिकारी भी असहज नजर आये। और इस मुद्दे पर बोल रहे वक्ताओं को बार-बार टोकते रहे। हालांकि नशे पर लगाम लगा पाने पर पुलिस की असफलता को सरेआम होते देख पुलिस की काफी किरकिरी हुई। वहीं जनसंवाद कार्यक्रम में जनता से ज्यादा नेता नजर आये।
मेयर ऊषा चौधरी ने कहा कि इस कार्यक्रम में लोगों ने जिन समस्याओं का जिक्र किया है वह वास्तव में जनता की पीड़ा से उपजी हैं। उन्होंने डीआईजी जगतराम जोशी के काशीपुर में एएसपी रहने के दौरान शराब के अवैध धंधे पर रोक लगी थी। पुनः ऐसी ही कार्रवाई हो साथ ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बढ़ायी जाय। मेयर ने ई रिक्शाओं की बढ़ती संख्या पर रोक लगाने के लिए पुलिस विभाग से उपाय करने का अनुरोध किया। उन्होंने शहर में पार्किंग स्थल बढ़ाने तथा सड़कों पर गाड़ियों के खड़ा कर देने को भी अनुचित बताया। शहर की समस्याओं के समाधान के लिए मासिक बैठक का सुझाव भी उन्होंने दिया। मेयर ने साफ कहा कि यदि आपके आने पर शहर की कुछ समस्याओं से निजात मिलती है तो आपका आगमन सार्थक होगा।
विधायक हरभजन सिंह चीमा डीआईजी के इस जनसंवाद कार्यक्रम के लिए सराहना करते हुए कहा कि ऊधमसिंहनगर दो जिलों की सीमा पर है जहाँ अपराधिक गतिविधियों की बढ़ती संख्या को देखकर पुलिस बल कम है। इसके लिए उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को भी लिखा। विधायक चीमा ने पुलिस पर प्रोटोकॉल भूलने का आरोप लगाया। विधायक हो या मंत्री पुलिस उनके आने पर प्रोटोकॉल का पालन नहीं करती। विधायक चीमा ने पुलिस के समक्ष अपना दर्द बयान करते हुए कहा कि किउनके द्वारा बुलाई गई जन समस्याओं की बैठक में एसएसआई से नीचे स्तर के अधिकारी भेज दिये जाते हैं। जो कि खेद का विषय है। विधायक ने ई रिक्शा को शहर पर शाप बताया। कुछ असामाजिक तत्व ई रिक्शा दिन में चला रहे हैं और रात में आपराधिक गतिविधियों में संलग्न होते हैं। गढ्डामुकत सड़कों के लिए विधायक ने कुछ समय मांगा। विधायक ने स्वीकार किया कि काशीपुर की सड़कें बदनामी का कारण बनी हुई हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से इसमें सुधार के लिए प्रस्ताव दिया है।
डीआईजी जगतराम जोशी ने काशीपुर को अपना घर बताते हुए कहा कि उन्हें काशीपुर के निवासियों से हमेशा प्यार मिला है। डीआईजी ने उत्तरकाशी आपदा के दौरान काशीपुर वासियों द्वारा दिये गये दान को लेकर सराहना की। नशे को लेकर डीआईजी जोशी ने कहा कि यह प्रदेश में कई जगह समस्या है। पुलिस इसके लिए प्लान बना रही है। ड्रग्स की रोकथाम के लिए यूनिट बनाई गयी है। उन्होनें बताया कि पुलिस के द्वारा सहयोगी के रूप में मित्र बनाने का काम शुरू हो रहा है। इन लोगों को कार्ड भी दिये जायेंगे। उन्होंने नागरिकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि पुलिस को सूचना दें। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाये। डीआईजी ने कहा कि पुलिस से किसी को डरने की जरूरत नहीं है लेकिन गुंडों और बदमाशों को डरना चाहिए। उन्होंने मातहत पुलिस वालों को निर्देश दिया कि उनके कोतवाली में आने वाले व्यक्ति का सम्मान होना चाहिए। उन्होंने फायर ब्रिगेड की गाड़ी को रेलवे क्रासिंग से पहले खड़ी करवाने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। रेलवे फाटक पर यातायात नियंत्रण के लिए दो जवानों की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
डीआईजी जोशी ने सीपीयू को भी निर्देशित किया चालान करने में सावधानी बरतें। हर किसी को परेशान न करें वहीं जनता को भी सलाह दी कि हेलमेट खुद अपनी सुरक्षा के लिए पहनें।
जनसंवाद कार्यक्रम में विधायक हरभजन सिंह चीमा, मेयर श्रीमती उषा चौधरी, मुख्य नगर आयुक्त बंशीधर तिवारी, प्रभारी एसडीएम सुंदर सिंह तोमर, एएसपी डा जगदीश चंद्र, सी ओ मनोज ठाकुर, मुक्ता सिंह, इंदुमान, राजकुमार सेठी, अश्विनी छाबड़ा, गुरविंदर सिंह चंडोक, गीता चौहान, डा माजिद, रजत सिद्धू, वैशाली गुप्ता, सूरज अरोरा, दीपक वर्मा, अंशु रस्तोगी, हसीन खान संदीप सहगल, समेत अनेक लोग शामिल थे।