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दिल्ली- मंदिर ढहाने के विरोध में लाखों ने किया प्रदर्शन

 दलित समुदाय के लाखों लोगों ने किया प्रदर्शन  

सुप्रीमकोर्ट ने अवमानना की चेतावनी दी 

वेद भदोला 

नई दिल्ली। दिल्ली के तुगलकाबाद इलाके में संत रविदास का एक पुराना मंदिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हटाए जाने की कार्रवाई के बाद बवाल खड़ा हो गया है। इस मुद्दे को लेकर पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में बंद का आह्वान भी किया गया था। इन राज्यों में दलित समुदाय के लोग मंदिर तोड़े जाने का विरोध कर रहे हैं। विरोध बढ़ता देख पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की मांग की है।

उधर, केंद्र सरकार भी मामले के समाधान के लिए सक्रिय हो गई है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली डिवेलपमेंट अथॉरिटी (डीडीए) ने यहां मौजूद ढांचे को हटा दिया था। इस बीच, शीर्ष अदालत ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया जाए। सर्वोच्च अदालत ने कहा कि आदेश नहीं मानने वाले के खिलाफ अवमानना का केस चलेगा।

ज्ञात हो कि सन 1509 में दिल्ली के तत्कालीन सुल्तान सिंकदर लोधी ने जमीन का एक टुकड़ा रविदास को दान किया। इसी वर्ष रविदास के समर्थकों द्वारा जमीन पर एक तालाब और एक आश्रम बनाया गया। वर्ष 1959 में तत्कालीन रेलवे मंत्री बाबू जगजीवन राम ने इस मंदिर का उद्घाटन किया।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि गुरु रविदास जयंती समारोह समिति ने शीर्ष अदालत के आदेश के बावजूद जंगली इलाके को खाली नहीं करके गंभीर उल्लंघन किया है। गुरु रविदास जयंती समारोह समिति बनाम यूनियन ऑफ इंडिया के बीच सुप्रीम कोर्ट में केस में सर्वोच्च अदालत ने डीडीए से 10 अगस्त तक वहां से निर्माण को हटाने का आदेश दिया था। कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए 10 अगस्त 2019 को डीडीए ने निर्माण को हटा दिया।

उधर, आम आदमी पार्टी के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि देश में करोड़ों लोग संत रविदास पर आस्था रखते हैं और लोगों की आस्था का ध्यान रखते हुए यहां मंदिर को पुन: स्थापित कराया जाना चाहिए।

भाजपा की सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने इस घटना की कडे शब्दों में निंदा की है और कहा कि हम पार्टी के खर्चे पर दोबारा मंदिर बनाने और कानूनी मदद देने को तैयार हैं। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने इस मामले पर देहली के उपराज्यपाल और डीडीए के अध्यक्ष अनिल बैजल से भी मुलाकात की।

इधर, सुप्रीम कोर्ट ने गुरु रविदास मंदिर को हटाने पर राजनीति को लेकर चेताया है। कोर्ट ने कहा कि धरना और प्रदर्शन को बढ़ावा देने वाले के खिलाफ अवमानना का केस चल सकता है। कोर्ट ने अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल से इस मामले में मदद करने को कहा है।

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