काशीपुर। सेंट मैरीज़ स्कूल के बस ड्राइवर द्वारा मासूम बच्चों के साथ छेड़खानी करने तथा विरोध करने पर उनके साथ मारपीट करने का एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है।आरोपी बस चालक को हिरासत में ले लिया है। विद्यालय की प्रधानाचार्य द्वारा मामले की तहरीर आईटीआई थाना पुलिस को देने पर पुलिस ने पीड़ित बच्चों का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद आरोपी के खिलाफ अभियोग पंजीकृत करने की कवायद शुरू कर दिया है। उधर प्रकरण पुलिस अफसरों के संज्ञान में आने पर क्षेत्राधिकारी मनोज कुमार ठाकुर ने थाना आईटीआई पहुंचकर बच्चों तथा उनके परिजनों से इस बारे में गहन पूछताछ की। घटना के बारे में पुलिस को तहरीर देकर अलीगंज रोड स्थित सेंट मेरिज स्कूल की प्रधानाचार्य ने बताया कि बड़े गुरुद्वारे के समीप काशीपुर निवासी बस चालक जसप्रीत गुम्मन ने स्कूल परिसर के अंदर मासूम बच्चों के साथ छेड़छाड़ करते हुए उनसे दुर्व्यवहार किया। विरोध करने पर बच्चों के साथ आरोपी बस चालक ने मार पिटाई भी की। बच्चों ने जब इसकी शिकायत अभिभावकों से की तो उनका पारा हाई हो गया। विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ उनका गुस्सा भड़क उठा। प्रधानाचार्य के मामला संज्ञान में आने पर उन्होंने इसको गंभीरता से लिया। प्रधानाचार्य मिसेज पिंटू ने बताया कि आरोपी बस चालक पिछले लगभग डेढ़ माह से विद्यालय में बतौर ड्राइवर काम करता है। मधुबन नगर निवासी योगेश कुमार पुत्र कांता सिंह मोहल्ला कवि नगर निवासी सुशील सिंह पुत्र अंगद सिंह आदि अभिभावकों ने बताया कि इस तरह की शिकायतें पूर्व में भी उनके संज्ञान में आई लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। पुलिस की जांच में प्रथम दृष्टया बच्चों की जांग पर चुटकी काटे जाने के निशान पाए गए। ऑटो में स्कूल आने वाले बच्चों ने बताया कि आरोपी बस चालक मौका पाते ही उन्हें खाली बस में ले जाकर छेड़छाड़ किया करता था। फिलहाल क्षेत्राधिकारी मनोज कुमार ठाकुर ने बच्चों तथा अभिभावकों के बयान लेने के बाद उनका मेडिकल परीक्षण कराते हुए आरोपी के खिलाफ अभियोग पंजीकृत करने के निर्देश दिए हैं।
यूकेजी में पढ़ने वाले यश चौहान फोर्थ क्लास का कार्तिक यूकेजी की सानवी कक्षा 5 का आदर्श चौथी कक्षा की सूर्यांशी तथा कक्षा एक में पढ़ने वाले दिव्यांशु आदि बच्चों ने बताया कि बस चालक द्वारा काफी समय से उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। इस मामले में विद्यालय के प्रबंधन की भी लापरवाही खुलकर सामने आई। विद्यालय परिसर के अंदर मासूम बच्चों के साथ बस चालक लंबे समय से गलत बर्ताव कर रहा है और इसकी भनक प्रधानाचार्य को नहीं लग पा रही है। उधर दूसरी ओर ऑटो चालक के खिलाफ भी अभिभावकों में रोष देखा गया। अभिभावकों का कहना था कि ऑटो चालक को बच्चों को केयर करना चाहिए था उसने इस मामले में लापरवाही बरती। फिलहाल मामला आम होने के बाद आरोपी बस चालक पर कानून की तलवार लटकने लगी है।