विनोद भगत
काशीपुर।फर्जी कंपनियों के नाम पर 380 करोड़ रुपये के ई वे बिल बनाकर सरकार को 68 करोड़ के राजस्व का नुकसान पहुंचाने के मामले में आज राज्य कर विभाग की एसटीएफ टीम ने काशीपुर में छापेमारी की। राज्य कर विभाग को इस बात की सूचना मिली थी। जिस पर जांच में काशीपुर के महुआखेड़ागंज में तीन फर्मों का लेन देन संदिग्ध पाया गया। राज्य कर विभाग के संयुक्त आयुक्त पी एस डुंगरियाल ने मातहत अधिकारियों की तीन टीमें गठित की। इन टीमों का नेतृत्व उपायुक्त व विभाग के एसटीएफ प्रभारी आर एल वर्मा कर रहे थे। तीनों टीमें महुआखेड़ागंज व अलीगंज रोड पर कंपनियों के दस्तावेजों पर दर्शाये गये पते पर पहुंची तो हैरान रह गई। पता चला कि जिन फर्मों के नाम से दस्तावेज थे वह फर्म मौके पर थी ही नहीं।
टीमों ने दस्तावेजों की जांच की तो पता चला कि इन तीनों फर्जी कंपनियों के नाम से 380 करोड़ के ई वे बिल दिखाये गये थे। जिस पर 18 फीसदी की दर से 68 करोड़ टैक्स बैठता है।राज्य कर विभाग उपायुक्त आर एल वर्मा ने बताया कि तीन कंपनियों में टैक्स चोरी पकड़ी है। दो फर्म केंद्र में रजिस्टर्ड है जिनके रजिस्ट्रेशन रद्द करने को केंद्र को रिपोर्ट भेज दी गई है। जबकि एक फर्म राज्य कर विभाग के दायरे में है जिसका पंजीकरण रद्द किया जायेगा। तीनों फर्म संचालकों की जानकारी जुटाकर नोटिस भेजे जा रहे हैं।जांच टीम में शामिल राज्य कर विभाग के डिप्टी कमिश्नर अरविंद प्रताप सिंह, आरएल वर्मा, असिसटेंट कमिश्नर कविता पाठक, पूजा पांडे, संतोष कुमार सिंह, हेमलता शुक्ला, सीटीओ अनिल चौहान, नवीन पांडे, सतीश पाल थे।