@शब्द दूत ब्यूरो (05 अगस्त 2022)
देश में मंदिर तोड़ने को लेकर भाजपा अक्सर विपक्षी दलों पर आरोप लगाती आई है। खासकर गैर भाजपा शासित राज्यों में हुई इस तरह की घटनाओं पर आक्रोश देखने को मिलता है। लेकिन पिछले दिनों भाजपा शासित गुजरात में राधा कृष्ण मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया।
मंदिर तोड़ने की इस घटना से गुजरात के भाजपाईयों में भारी आक्रोश है। यहां नवसारी में शहरी विकास प्राधिकरण ने सर्वोदय सोसायटी में बने एक मंदिर को ध्वस्त कर दिया। जिसके विरोध में 1100 भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
घटना बीते माह 25 जुलाई की है। वहाँ “अवैध मंदिर” के विध्वंस के बाद महिलाओं और बच्चों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों के साथ मारपीट की घटना से वहाँ लोगों में काफी गुस्सा है।
बताया जाता है कि ‘अवैध रूप से निर्मित’ मंदिर था। परिसर था।मंदिर तोड़ने के बाद से ही लोगों में रोष है। इसी कड़ी में बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
इस मामले में जिला भाजपा अध्यक्ष भूरालाल शाह ने कहा, हमें त्याग पत्र मिले हैं जिसमें 1,100 नाम और हस्ताक्षर हैं. हम सत्यापित कर रहे हैं कि हमारे कितने सक्रिय सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का इस मुद्दे से कोई लेना-देना नहीं है। मामले में नवसारी के रेजिडेंट एडिशनल कलेक्टर ने बताया था कि, सर्वोदय नगर सोसाइटी में मंदिर का अवैध निर्माण हुआ था। मंदिर परिसर के बारे में प्रशासन की ओर से पहले नोटिस जारी किया गया था और 10 दिन का समय दिया गया था। जब बात नहीं मानी गई तो अवैध निर्माण को ध्वस्त करा दिया गया। मंदिर परिसर को हटाने के लिए जिला शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। लोगों का कहना है कि इस दौरान काफी लोगों ने जिला शहरी विकास प्राधिकरण से एतराज भी जताया था बावजूद इसके मंदिर को तोड़ा गया।