@शब्द दूत ब्यूरो (20 जुलाई 2022)
योगी आदित्यनाथ सरकार में जल शक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने दलितों के साथ भेदभाव और उनकी बातों को तवज्जो न दिये जाने के विरोध में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर अपना इस्तीफा भेजा है। पत्र की कॉपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी भेजी गई है।
एक लंबे पत्र में जल शक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने साफ शब्दों में कहा कि दलित होने की वजह से अधिकारी उनकी नहीं सुनते और किसी भी बैठक की सूचना उन्हें नहीं दी जाती। उन्होंने कहा कि उन्हें सिर्फ राज्यमंत्री के तौर पर कार दी गई है अधिकार नहीं दिये। हाल ही में किए गए तबादलों पर उन्होंने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप भी लगाये हैं। उन्होंने नमामि गंगे योजना पर भी अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप मढ़ा है।
ट्रांसफर में गड़बड़ी को लेकर जब दिनेश खटीक ने अधिकारियों से जानकारी मांगी तो उन्हें अबतक जानकारी नहीं दी गई। प्रमुख सचिव सिंचाई पर आरोप लगाते हुए राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने कहा कि फोन करने पर बिना पूरी बात सुने उन्होंने फोन काट दिया। मंत्री ने नमामि गंगे योजना में भी भ्रष्टाचार की बात कही है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारी दलितों का अपमान कर रहे हैं, मेरे विभाग में ट्रांसफर के नाम पर गलत तरीके से पैसा वसूला गया। इसकी भनक लगने के बाद जब मैंने विभागाध्यक्ष से इसकी जानकारी मांगी तो अभी तक उनके द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है।