वेद भदोला
नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रात्रि देश के नाम अपने सम्बोधन में कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में एक नए युग की शुरुआत हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक ऐसी व्यवस्था, जिसकी वजह से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की जनता अपने अधिकारों से वंचित थी और इस वजह से उनके विकास में बड़ी बाधा थी, वो अब दूर हो गई है।एक राष्ट्र के तौर पर, एक परिवार के तौर पर, आपने, हमने, पूरे देश ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। पीएम ने कहा की एक समय था जब तमाम फिल्मो की शूटिंग जम्मू कश्मीर में हुआ करती थी पर आतंकवाद की वजह से इन पर रोक लग गयी थी। अब माहौल बदलेगा। जिससे पर्यटन बढ़ेगा। पीएम ने कहा की जम्मू कश्मीर के नौजवान खेल शिक्षा और तकनीक के क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि आर्टिकल 370 और 35ए ने जम्मू कश्मीर को अलगाववाद, आतंकवाद, परिवारवाद और व्यवस्थाओं में बड़े पैमाने में फैले भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं दिया। इन दोनों अनुच्छेद का देश के खिलाफ लोगों की भावनाएं भड़काने के लिए पाकिस्तान ने एक हथियार की तरह उपयोग किया। प्रधानमंत्री ने कहा जो पहले की सरकारें कानून बनाकर वाहवाही लूटती थीं, लेकिन उनका क़ानून जम्मू कश्मीर में भी लागू होगा वह यह नहीं जानते थे । जिससे जम्मू कश्मीर के लोग वंचित रह जाते थे।पीएम ने कहा देश के अन्य राज्यों में अल्पसंख्यकों के हितों के संरक्षण के लिए माईनॉरिटी एक्ट लागू है जम्मू-कश्मीर को छोड़कर। ऐसे ही देश के अन्य राज्यों में श्रमिकों के हितों की रक्षा के लिए न्यूनतम वेज एक्ट लागू है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में ये सिर्फ कागजों पर ही था।
सफाई कर्मियों की बात करते हुए पीएम ने कहा देश के अन्य राज्यों में सफाई कर्मचारियों के लिए सफाई कर्मचारी एक्ट लागू है, लेकिन जम्मू-कश्मीर के सफाई कर्मचारी इससे वंचित थे। देश के अन्य राज्यों में दलितों पर अत्याचार रोकने के लिए सख्त कानून लागू है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में ऐसे कानून लागू होते थे।
उन्होंने कहा कानून बनाते समय काफी बहस होती है उसकी आवश्यकता को लेकर गंभीर पक्ष रखे जाते हैं। इस प्रक्रिया से गुजरकर जो कानून बनता है,वो पूरे देश के लोगों का भला करता है। लेकिन कोई कल्पना नहीं कर सकता कि संसद इतनी बड़ी संख्या में कानून बनाए और वो देश के एक हिस्से में लागू ही नहीं हों।
हमारे देश में कोई भी सरकार हो, वो संसद में कानून बनाकर देश की भलाई के लिए कार्य करती है। किसी भी दल या गठबंधन की सरकार हो, ये कार्य निरन्तर चलता रहता है।
आर्टिकल 370 और 35ए ने जम्मू कश्मीर को अलगाववाद, आतंकवाद, परिवारवाद और व्यवस्थाओं में बड़े पैमाने में फैले भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं दिया। इन दोनों अनुच्छेद का देश के खिलाफ कुछ लोगों की भावनाएं भड़काने के लिए पाकिस्तान द्वारा एक शस्त्र की तरह उपयोग किया जा रहा था:समाज जीवन में कुछ बातें, समय के साथ इतनी घुल-मिल जाती हैं कि कई बार उन चीजों को स्थाई मान लिया जाता है। अनुच्छेद 370 के साथ भी ऐसा ही भाव था। उससे जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के हमारे भाई-बहनों की जो हानि हो रही थी, उसकी चर्चा ही नहीं होती थी|
प्रधानमंत्री ने कहा कि जो सपना सरदार पटेल का था, बाबा साहेब अंबेडकर का था, डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का था, अटल जी और करोड़ों देशभक्तों का था, वो अब पूरा हुआ है। अब देश के सभी नागरिकों के हक़ और दायित्व समान हैं |