काशीपुर ।अटल आयुष्मान योजना में एक और चिकित्सक के विरूद्ध फर्जीवाड़े की रिपोर्ट दर्ज हो गई है। राज्य का ऊधमसिंहनगर जिला अटल आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़े का रिकॉर्ड कायम करने की ओर अग्रसर है। राज्य में अटल आयुष्मान योजना में घोटाला करने वाला तीसरा सबसे बड़ा अस्पताल काशीपुर का ही नर्सिंग होम है। आज फिर काशीपुर का एक और अस्पताल अली नर्सिग होम के विरूद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।
मौ अल्लीखां के डा अकबर अली के विरूद्ध अटल आयुष्मान योजना के अधिशासी सहायक धनेश चंद ने काशीपुर कोतवाली में मामले की तहरीर दी है। तहरीर में कहा गया है कि डा अकबर अली व उनके सहयोगियों ने अटल आयुष्मान योजना का अनुचित लाभ उठाया तथा दस्तावेजों में हेरफेर कर भुगतान प्राप्त कर लिया।
तहरीर के मुताबिक डा अकबर अली व उनके सहयोगियों के विरूद्ध आपराधिक षड्यंत्र का मामला दर्ज कराया गया है। अटल आयुष्मान योजना में लगातार नर्सिंग होमों के पकड़े जाने से प्रधानमंत्री मोदी की इस सर्वाधिक चर्चित योजना के उद्देश्य पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
वहीं इस योजना में फर्जीवाड़े में पकड़े गये अस्पताल संचालक अब अपने प्रभाव का उपयोग कर सत्तारूढ़ दल के कुछ लोगों के सहारे से देहरादून में अपनी गोटियां फिट करने में लगे हैं। शब्द दूत को मिली एक पुख्ता जानकारी के मुताबिक काशीपुर के एक नेता सत्तारूढ़ दल से जुड़े हुए कुछ लोगों की मदद में जुट गए हैं। लाखों का हेरफेर करने वाले काशीपुर के एक नर्सिंग होम के स्वामी इन दिनों देहरादून में इसी सिलसिले में भाजपा के बड़े नेताओं के जरिए मामला सुलझाने की जुगत में हैं।
उधर अटल आयुष्मान योजना में पकड़े गये सभी चिकित्सकों के नर्सिंग होम अभी भी चालू हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जो सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार कर जनता और सरकार के साथ धोखाधड़ी करने के आरोपी हैं। क्या वह अपने मरीजों के साथ धोखाधड़ी करने के लिए आजाद हैं? यहाँ याद दिला दें कि धोखाधड़ी का मामला गंभीर होता है। जब तक आरोप से मुक्त नहीं होते तब तक उनकी गतिविधियां संदेह के घेरे में में हैं। क्या कारण है कि कि इतनी महत्वपूर्ण योजना के नर्सिंग होम सील नहीं किये जा रहे? यह एक ज्वलंत सवाल है।