काशीपुर। 26 दुकानों के आवंटन में हुई गड़बड़ी को ब्लॉक प्रमुख गुरमुख सिंह ने निराधार बताया। उन्होंने कहा कि यदि दुकानों के आवंटन में वित्तीय अनियमितता पाई गई थी तो संबंधित अधिकारियों ने इस पर प्रक्रिया के दौरान प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया।
ब्लॉक प्रमुख ने कहा कि 5 वर्षों के कार्यकाल में उन्होंने विकास कार्यों में पूरी तरह पारदर्शिता बरती इसके बावजूद कुछ लोगों द्वारा उनकी राजनीतिक छवि को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है।
ब्लॉक के सभागार में पत्रकारों से बातचीत करते हुए गुरमुख सिंह ने कहा कि अपने कार्यकाल में उनके द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य ही नहीं कराए गए वरन ब्लॉक के राजस्व में भी इजाफा किया गया। ब्लॉक प्रमुख ने बताया कि बीडीसी की बैठक में आय के साधन के मुद्दे पर सर्वसम्मति से दुकानों को बनाने का प्रस्ताव पास किया। इसके बाद जिला योजना से 30 लाख तथा राज्य वित्त योजना से 24 लाख की रकम निर्गत कराकर 17 दुकानों का निर्माण कराया। इन्हीं दुकानों के प्रीमियम से 9 और दुकानें तथा गेट का निर्माण कराया गया। सभी 26 दुकानों के मद में एक करोड़ 36 लाख रुपया कलेक्ट किया। 12 सो रुपए प्रतिमाह की दर से उठी दुकानों से 31200 प्रतिमाह ब्लॉक के राजस्व में जमा कराए जा रहे हैं। ब्लॉक प्रमुख ने कहा कि दुकानों के निर्माण से लेकर आवंटन तक के बीच सभी प्रक्रियाओं की जानकारी निरंतर जिले में बैठे अधिकारियों को देने के बावजूद यदि वित्तीय गड़बड़ी थी तो उन्होंने उसी वक्त इस पर अंकुश क्यों नहीं लगाया। ब्लॉक प्रमुख ने कहा कि उनकी बढ़ती ख्याति कुछ लोगों को हजम नहीं हो रही है इसलिए उन्हें बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।