काशीपुर ।सीपीयू बगैर हेलमेट के दोपहिया वाहन चालकों का चालान जिस जगह पर खड़े होकर करती है ठीक उसी जगह पर सीपीयू के ठीक सामने काशीपुर की लचर ट्रैफिक व्यवस्था उन्हें मुंह चिढ़ा रही होती है। जी हाँ काशीपुर में हाइवे पर नगर को शर्मसार करने वाली व्यवस्था पिछले एक वर्ष से भी अधिक समय से लागू है। शायद ही कोई अधिकारी ऐसा होगा जो यहाँ से न गुजरता हो। अधिकारी ही क्यों तमाम देश व विदेश के लोग इस जगह से गुजरते हैं। और ट्रैफिक नियंत्रण के नाम पर की गई व्यवस्था पर हंसते हुए निकल जाते हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक नियंत्रण के लिए की गई यह व्यवस्था बताती है कि नगर में प्रशासन जुगाड़ पर ज्यादा भरोसा करता है।
लाखों रुपये के चालान काटे जाते हैं पर नगर को इस अस्थाई ट्रैफिक व्यवस्था से निजात नहीं मिल पा रही है। चीमा चौराहे पर पिछले एक वर्ष से पतले तार लगाकर ट्रैफिक नियंत्रण का जुगाड़ ट्रैफिक के प्रति प्रशासन की नीति का लचर प्रमाण है। इन पतले तारों को हाथ से उठाकर दोपहिया वाहन चालक आराम से गलत ढंग से सड़क पार कर जाते हैं। वहीं रात में तो यह पतले तार अनजान आदमी के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। कम रोशनी में ये पतले तार नजर नहीं आते और कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है। छिटपुट घटनायें तो घटती रहती हैं इन पतले तारों की वजह से। लगता है कि प्रशासन को किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार है। शायद तभी ये पतले तार हटाकर कोई स्थायी व्यवस्था की जायेगी। बता दें कि चीमा चौराहा हाईवे पर स्थित है और नगर के व्यस्ततम चौराहों में से एक हैं।बहरहाल यातायात व्यवस्था जुगाड़ पर चल रही है।