पुलिस का कहना है कि सांसद ने खुद अपनी जान ली। इस घटना में सांसद का बॉडीगार्ड भी मारा गया, लेकिन यह साफ नहीं है कि कैसे।
@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो (10 मई, 2022)
श्रीलंका में आर्थिक संकट के बाद सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे से इस्तीफे की मांग कर रहे सरकार समर्थकों और प्रदर्शनकारियों बीच झड़प के बाद 22 मिलियन की आबादी वाले देश में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया और हिंसा को थामने के लिए सेना बुलानी पड़ी। लेकिन 9 अप्रेल से शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारी अब पूरे श्रीलंका में उग्र हो गए हैं।
इधर, श्रीलंका के पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और उनके परिवार को एक हेलीकॉप्टर में नौसेना बेस के लिए रवाना किया गया है। उग्र प्रदर्शनकारियों ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के आवास पर प्रदर्शनकारियों ने हिंसा की थी, जिसके चलते ये सुरक्षात्मक कदम उठाना पड़ा।
कोलंबो में सत्ताधारी पार्टी के सांसद अमरकीर्ती अथुकोराला ने अपनी गाड़ी का रास्ता रोक रहे प्रदर्शनकारियों पर गोली चला दी, जिससे 27 साल के लड़के की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। इसके बाद सांसद ने खुद को भी गोली मार ली। पुलिस का कहना है कि सांसद ने खुद अपनी जान ली। इस घटना में सांसद का बॉडीगार्ड भी मारा गया, लेकिन यह साफ नहीं है कि कैसे।
राजपक्षे के पैतृक गांव मेदा मुलाना में भीड़ ने विवादित राजपक्षे म्यूजियम पर भी हमला किया। इस म्यूजियम को बनाने में आधा मिलियन डॉलर से अधिक की रकम खर्च की गई थी। इस पर हुए खर्चे में सरकारी पैसा लगने के मामले में एक कोर्ट का मुकदमा भी फिलहाल लंबित है।
महिंदा राजपक्षे के बच्चों के करीबी साथी के मालिकाना हक वाले एक होटल को भी आग लगा दी गई। इस होटल में एक खड़ी लैंबॉर्गिनी कार भी आग के हवाले कर दी गई। पुलिस का कहना है कि सभी विदेशी मेहमान सुरक्षित हैं। वहीं राजधानी कोलंबो में नेशनल हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने झड़प में घायल सरकार समर्थकों को बचाने के लिए बीच-बचाव किया जो राजपक्षे परिवार के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों में घायल हो गए थे।