अमेरिका के मैनहैटन में ‘स्टेनवे टावर’ पूरी तरह से बनकर तैयार हो चुका है। यह टावर दुनिया की सबसे पतली इमारत है। ‘स्टेनवे टावर’ की ऊंचाई करीब 1,428 फीट है। इस टावर में 84 मंज़िल है। ‘स्टेनवे टावर’ के डेवलपर्स ने दावा किया है कि यह दुनिया की सबसे पतली गगनचुंबी इमारत है।
@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो(10 अप्रैल, 2022)
अमेरिका के मैनहैटन में ‘स्टेनवे टावर’ पूरी तरह से बनकर तैयार हो चुका है। यह टावर दुनिया की सबसे पतली इमारत है। ‘स्टेनवे टावर’ की ऊंचाई करीब 1,428 फीट है। इस टावर में 84 मंज़िल है। ‘स्टेनवे टावर’ के डेवलपर्स ने दावा किया है कि यह ‘दुनिया की सबसे पतली गगनचुंबी इमारत’ है। डेवलपर्स के अनुसार, स्टीनवे टॉवर की ऊंचाई-से-चौड़ाई का अनुपात 24:1 है।
84 मंजिला इस टावर को 111 वेस्ट 57 वीं स्ट्रीट के नाम से भी जाना जाता है। इस टावर में 60 अपार्टमेंट शामिल हैं। सबसे ऊपरी तल्ले पर सेंट्रल पार्क की तरह एक सायबान है। जानकारों के मुताबिक यहां एक अपार्टमेंट की कीमत करीब 7.75 मिलियन डॉलर (करीब 58 करोड़ रुपये) से लेकर 66 मिलियन डॉलर (लगभग 330 करोड़ रुपये) के बीच रखी गई है।
मैनहैटन में बनी ये टावर न्यूयॉर्क शहर के दो टावरों की हाइट से कम है। न्यूयॉर्क में स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की उंचाई 1,776 फीट है जबकि सेंट्रल पार्क टॉवर की ऊंचाई 1,550 फीट है।
न्यूयॉर्क आर्किटेक्चर फर्म एसओओपी आर्किटेक्ट्स की ओर से इस टावर को डिजाइन किया गया था। वहीं जेडीएस डेवलपमेंट, प्रॉपर्टी मार्केट्स ग्रुप और स्प्रूस कैपिटल पार्टनर्स ने मिलकर इसे बनाया है। इस टावर को बनने में करीब नौ साल लगे। साल 2013 से इस टावर का निर्माण कार्य शुरू किया गया था।
स्टेनवे टावर को लेकर डेवलपर्स ने कहा कि टावर न्यूयॉर्क शहर के क्लासिक गगनचुंबी इमारतों के पीछे “शिल्प, इतिहास और दर्शन की गुणवत्ता” के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करता है।