अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी के द्वारा पिछले दिनों शराब को लेकर दिये गये एक बयान से राज्य के निवासियों में आक्रोश व्याप्त है। फर्जी और ढोंगी बाबाओं की लिस्ट जारी करने वाले अखाड़ा परिषद के मुखिया के इस बयान पर राज्य भर से तीखी प्रतिक्रिया आ रही हैं। उत्तराखंड क्रांति दल के नैनीताल युवा इकाई के प्रवक्ता कार्तिक उपाध्याय ने इसे देवभूमि का अपमान बताया है।
साधु संतों के शराब के समर्थन के इस बयान की प्रदेश भर में निंदा की जा रही है। हालांकि बाबा नरेन्द्र गिरी ने हरिद्वार में शराब बिक्री होने पर उसका कडा विरोध करने की बात कही है। लेकिन पहाड़ी क्षेत्र में शराब पीने की वकालत करते हुए तर्क दिया है कि पहाड़ों का मौसम ठंडा होता है इसलिए वहां शराब पीनी पड़ती है।
साथ ही बाबा ने राज्य में शराब फैक्ट्री से रोजगार बढ़ने की संभावना जताई है। शराब फैक्ट्री खुलने से अगर रोजगार मिलता है तो कोई बुराई नहीं है। बाबा नरेन्द्र गिरी ने शराब की वकालत कर यह जता दिया है कि शराब राज्य के लिए हितकर है।
यहां याद दिला दें कि बाबा नरेन्द्र गिरी पिछले कई वर्षों से चर्चा में रहे हैं। अभी कुछ समय पहले मिर्ची बाबा ने उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था। जिस पर पूरे संत समाज में आक्रोश पैदा हो गया था। बहरहाल देश के प्रतिष्ठित माने जाने वाले बाबा नरेन्द्र गिरी के इस बयान से राज्य में हलचल मची हुई है। सत्तारूढ़ दल जहाँ इस मामले में कोई प्रतिक्रिया देने से बच रहा है वहीं विपक्ष की ओर से विरोध जारी है।