देहरादून।उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आजकल फार्म में दिख रहे हैं। कल उन्होंने बेनामी संपत्तियों को लेकर कानून बनाने की बात कही थी और आज उन्होंने राज्य की नौकरशाही को लगभग फटकारने वाले अंदाज में सख्त चेतावनी दे दी। सचिवालय में मीडिया से रूबरू होते हुए मुख्यमंत्री ने इस बात पर नाराजगी जताई कि उन्हें अक्सर अफसरों के नाकारेपन और सुस्ती की शिकायतें मिलती रहती है हैं।
मुख्यमंत्री ने दो टूक शब्दों में कहा कि ऐसे अफसरों के लिए राज्य में कोई जगह नहीं है। अक्सर अपने ढीले-ढाले रवैये के लिए विपक्ष से ज्यादा पक्ष के निशाने पर रहे मुख्यमंत्री ने आज पहली बार राज्य की अफसरशाही को कड़ी फटकार लगाई है।
बता दें कि कई बार कुछ मंत्री भी अफसरों की कार्यशैली को लेकर सवाल उठाते रहते हैं। आज मुख्यमंत्री ने खुद ये मान लिया कि राज्य में अफसरशाही में निकम्मे और सुस्त लोग हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिक काम करने के लिए ही अधिकारी बनाये गये हैं। नाकारा और सुस्त अफसरों को समय से पहले रिटायर कर दिया जायेगा। मुख्यमंत्री के इस रवैये पर राज्य के प्रशासनिक अधिकारियों में क्या प्रतिक्रिया होती है। यह देखना दिलचस्प होगा।