@शब्द दूत ब्यूरो (25 जनवरी, 2022)
रामनगर से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का टिकट फाइनल होने के बाद अब सबकी निगाहें रणजीत रावत पर टिक गई हैं। चर्चा है कि रणजीत सिंह बागी हो सकते हैं और निर्दलीय भी चुनाव लड़ सकते हैं। फिलहाल चर्चा यह भी है कि वह 11 अन्य दावेदारों के लिए पार्टी बनाकर चुनाव लड़ सकते हैं।
साल 2017 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर हारने के बाद रणजीत रावत रामनगर में पूरी तरह से सक्रिय रहे हैं। लिहाजा उन्हें उम्मीद थी कि वह रामनगर से चुनाव जीतेंगे। दूसरी ओर रणजीत सिंह रावत ने बताया कि जो लिस्ट जारी हुई है, वह आधिकारिक नहीं है। अधिकारिक सूची जारी होने के बाद ही वह आधिकारिक बयान जारी करेंगे।
रामनगर विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के चुनाव मैदान में आने से अब यह हॉट हो गई। पहली बार होगा जब रामनगर सीट पर मामा-भांजा आमने-सामने एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। हरीश रावत व दीवान सिंह बिष्ट आपस में मामा-भांजा हैं।
उत्तराखंड में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा भले ही घोषित न हुआ हो, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत इस समय कांग्रेस के लिए पूरे प्रदेश में सबसे बड़ा चेहरा हैं। रामनगर सीट पर हरीश रावत समर्थक पहले ही माहौल बनाने में लगे हुए थे। यह बात अलग है कि हरीश रावत के लिए रामनगर सीट पर रणजीत रावत ही सबसे बड़ी चुनौती दी बनकर सामने आ रहे हैं।