@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो (18 जनवरी, 2022)
यूपी विधानसभा चुनाव में पिछड़ा वर्ग के बड़े नेताओं के पाला बदलने से परेशान बीजेपी में अब सीटों पर नेताओं के बेटे-बेटियों और रिश्तेदारों की दावेदारी को लेकर अंतर्कलह सामने आने लगी है। बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी का बयान यही संकेत दे रहा है।
जोशी ने कहा, मैंने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखा है। मेरा बेटा मयंक लखनऊ कैंट में काफी दिनों से सक्रिय है और मेहनत कर रहा है, उन्हें टिकट मिलना चाहिए। अगर मयंक को टिकट पार्टी देती है तो नियमों का पालन करने के लिए वो खुद इस्तीफा देने को तैयार हैं। लेकिन मैं किसी भी दल में जाने वाली नहीं हूं। बीजेपी में थी, हूं और रहूंगी।
दरअसल, बीजेपी ने नियम बनाया है कि एक परिवार से सिर्फ़ एक सदस्य को टिकट दिया जाएगा. इस पर रीता बहुगुणा जोशी ने कहा है कि वो लोकसभा से इस्तीफ़ा दे देंगी ताकि उनके बेटे मयंक को लखनऊ कैंट से टिकट दिया जा सके।
कांग्रेस छोड़कर लंबे वक्त पहले बीजेपी का दामन थामने वाली जोशी ने कहा कि वो यूपी विधानसभा चुनाव में बेटे के लिए टिकट चाह रही हैं, लेकिन इसके लिए लाबिंग नहीं कर रही हैं। इलाहाबाद सीट से सांसद जोशी दिल्ली में थीं और उन्हें यूपी में बीजेपी के प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात भी की।
बता दें कि रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी लखनऊ कैंट सीट से टिकट के लिए दावेदारी पेश कर रहे हैं। इस सीट से रीता बहुगुणा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी औऱ बाद में वो इलाहाबाद से लोकसभा सांसद चुनी गईं।