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कपड़े वाला मास्क पहनते हैं, तो सिर्फ 15 मिनट में ओमिक्रॉन से संक्रमित हो सकते हैं

कोरोना वायरस से बचना है, तो कपड़े के मास्क की जगह N95 मास्क ही पहनें। सिंगल लेयर क्लॉथ मास्क पहन रहे हैं तो उसके नीचे एक सर्जिकल मास्क जरूर पहनें।

@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो (10 जनवरी, 2022)

भारत में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामले बहुत तेजी से फैल रहे हैं। ओमिक्रोन के हल्के लक्षण और लोगों की लापरवाही के वजह से संक्रमितों की संख्या रोजाना बढ़ रही है। डॉक्टर्स लोगों से कोविड प्रोटोकॉल के नियमों का पालन करने की अपील कर रहे हैं। अगर आप ठीक तरीके से मास्क पहनते हैं, हाथों को साबुन से धोते हैं और सेनेटाइज करते हैं, लोगों से दूरी बनाकर रहते हैं तो आपके संक्रमित होने की संभावना काफी कम हो जाती है।

कोरोना वायरस से दूर रहने के लिए नाक और मुंह को अच्छी तरह से ढक कर रखें। वैज्ञानिकों का कहना है कि ज्यादातर लोग कपड़े से बने मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन ये मास्क आपको वायरस से बचाने में पूरी तरह से सक्षम नहीं है। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से भी आप सिंगल लेयर कपड़े के मास्क से नहीं बच सकते। इसके लिए आपको कपड़े के मास्क के साथ सर्जिकल मास्क या ज्यादा प्रभावी रेस्पिरेटर मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए।

सीडीसी के मुताबिक, अगर कोई बिना मास्क वाल संक्रमित व्यक्ति कपड़े का मास्क पहने व्यक्ति के संपर्क में आता है तो वो सिर्फ 15 मिनट में कोरोना संक्रमित हो सकता है। अगर दोनों लोगों ने कपड़े का मास्क पहने हैं, तो इनफेक्शन होने में 27 मिनट लग सकते हैं। दोनों लोगों ने सर्जिकल मास्क पहने हैं तो संक्रमण फैलने में 30 मिनट लग सकते हैं। लेकिन अगर दोनों ने N95 मास्क पहने हैं 2.30 घंटे तक आप सुरक्षित रह सकते हैं।

अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की तरफ से जो नई गाइडलाइन्स जारी की गई है, उसमें दो साल से ज्यादा उम्र के लोगों को पब्लिक प्लेस पर नहीं जाने की सलाह दी गई है। खासतौर से जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है। घर से बाहर निकलने पर मास्क जरूर पहनें। सीडीसी ने कहा है कि ‘अगर आप कपड़े का मास्क पहन रहे हैं तो इसके नीचे एक डिस्पोजेबल मास्क जरूर पहनें। दोबारा उपयोग में आने वाले मास्क को रोज धोना चाहिए और डिस्पोजल मास्क को एक बार इस्तेमाल के बाद फेंक देना चाहिए।

किसी भी वायरस को रोकने के लिए N95 मास्क कपड़े के मास्क और सर्जिकल मास्क से ज्यादा कारगार है। इसमें कई लेयर वाले फिल्टर होते हैं और इसकी फिटिंग भी अच्छी होती है। एक N95 मास्क 95 प्रतिशत तक दूषित कणों से बचा सकता है। इनमें लीकेज की संभावना भी बहुत कम होती है। इसका ट्रिपल लेयर प्रोटेक्शन प्रदूषण और किसी भी वायरस को दूर रहता है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस जब फैलता है तो कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्ति किसी संक्रमित द्वारा पैदा होने वाले ऐरोसोल को अंदर लेते हैं। ये ऐरोसॉल एक बंद जगह में तेजी से दूर तक फैल सकते हैं, लेकिन अगर आपने N95 जैसा हाई फिल्ट्रेशन मास्क पहना है तो ये वायरस को फिल्टर कर देता है। इससे आप संक्रमित व्यक्ति के आसपास दूसरे लोगों को भी सुरक्षित रख सकते हैं।

एक रिसर्च में कहा गया है कि N95 मास्क कपड़े की मास्क की तुलना में सात गुना और सर्जिकल मास्क की तुलना में पांच गुना ज्यादा असरदार होता है। हालांकि लंबे समय तक N95 मास्क पहनने से कई तरह की परेशानी होने लगती हैं।

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